कानपुर में भीषण गर्मी और कड़े सुरक्षा घेरे में ईद-उल-अजहा (बकरीद) पर ईदगाहों व मस्जिदों में नमाज अदा की गई। कई मस्जिदों में दो से तीन बार में नमाज अदा कराई गई।
शहर में 350 से अधिक मस्जिद हैं इसके अलावा शहर की सबसे बड़ी ईदगाह में भी बकरीद की नमाज अदा की गई ।सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के लिए पुलिस तैनात की गई, तो वही जगह-जगह की ड्रोन से निगरानी भी की गई।
नमाज के बाद देश में खुशहाली, अमन, सौहार्द व भाईचारे की दुआ की गई। इसके बाद जानवरों की कुर्बानी दी गई। बकरीद के पर्व पर मस्जिदों व ईदगाहों के बाहर पुलिस, प्रशासन के साथ पीएसी के जवान भी तैनात रहे। ड्रोन से निगरानी की गई। वहीं सड़कों पर नमाज नहीं पढ़ी गई।
आज सुबह से ही ईदगाहों व मस्जिदों में नमाज पढ़ने के लिए सुबह से ही नमाजी पहुंचने लगे थे। वहीं, बेनाझाबर स्थित मरकजी ईदगाह में सुबह 7:30 बजे नमाज का समय निर्धारित था। यहां छह बजे से ही लोग आना शुरू हो गए थे।
छोटी ईदगाह, ईदगाह उस्मानपुर, ईदगाह मछरिया, ईदगाह गद्दियाना सहित मस्जिदों में नमाज अदा की गई। इसके बाद जानवरों की कुर्बानी दी गई। कुर्बानी के बाद रिश्तेदारों व गरीबों को बांटा गया।