Report By : Shariq Khan Kanpur (UP)
कानपुर के फूलबाग के संजय नगर में रहने वाले चंद्रशेखर और उनके परिवार के लिए हाल ही में एक बड़ा संकट उत्पन्न हो गया है। चंद्रशेखर, जो कि एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं और महज 9 हजार रुपये महीने कमाते हैं, को 23 लाख 92 हजार रुपये का बिजली बिल मिला है। यह बिल उस समय का है जब पिछले पांच महीनों से उनके बिजली मीटर की रीडिंग नहीं ली गई थी। कच्चे घर में कठिन हालातचंद्रशेखर का घर कच्ची बस्ती में स्थित है, जो कि एक कच्चा मकान है और छत पर टीन शेड लगा हुआ है। चंद्रशेखर अपने दामाद अजीत और बेटियों के साथ यहां रहते हैं। उनका घर देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां की स्थिति कैसी होगी और परिवार को कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ता होगा।
पिछले पांच महीनों से किसी भी कर्मी ने चंद्रशेखर के बिजली मीटर की रीडिंग नहीं ली थी। जब भी अजीत इस बारे में शिकायत करने जाते, अधिकारी उन्हें किसी न किसी कारण से टहला देते थे। आखिरकार, जब अजीत ने मीटर रीडिंग के साथ बिजली का बिल बनवाने की कोशिश की, तो उन्हें 23 लाख 92 हजार रुपये का बिल थमा दिया गया। अजीत ने अधिकारियों से इस बारे में जानकारी ली, तो पता चला कि यह उनके मीटर का सही बिल है।
जब केस्को के मीडिया प्रभारी श्रीकांत रंगीला से इस मामले पर बात की गई, तो उन्होंने बताया कि यह मामला अधिकारियों की जानकारी में है और यह तकनीकी खराबी के चलते हुआ है। उन्होंने कहा कि केस्को के सर्वर में किए गए बदलावों के कारण कुछ मीटरों में तकनीकी कमी आ गई है, जिसके चलते सही डेटा नहीं लिया जा सका। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही उपभोक्ता का समाधान किया जाएगा और उन्हें इतना बड़ा बिल जमा नहीं करना पड़ेगा।