Report By : Ankit Srivastav, ICN Network
कानपुर गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ना शुरू हो गया है। बीते 24 घंटे के दौरान गंगा का जलस्तर करीब 20 फीट तक चढ़ गया है। गंगा किनारे बने अटल घाट का नीचे का हिस्सा पूरी तरह डूब गया है। सिंचाई विभाग के मुताबिक जुलाई माह के दूसरे हफ्ते में 5 साल में पहली बार बैराज के सभी 30 गेट खोल दिए गए हैं।
कानपुर गंगा बैराज के अपस्ट्रीम में गंगा का जलस्तर 112.95 मीटर तक पहुंच गया। यहां चेतावनी बिंदु 113 मीटर पर है, ऐसे में चेतावनी बिंदु से गंगा महज 5 सेमी. दूर रह गई हैं। सिंचाई विभाग के मुताबिक बैराज के सभी गेट खोलकर कानपुर से आगे पानी भारी मात्रा में छोड़ा जा रहा है। इसकी वजह से जलस्तर मेंटेन किया जा रहा है। कानपुर से 34,025 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
सिंचाई विभाग के मुताबिक 6 जुलाई को गंगा का जलस्तर सामान्य बना हुआ था। 6 जुलाई को कानपुर की तरफ हरिद्वार से 41,682 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसे कानपुर तक पहुंचने में 2 दिन का वक्त लगता है। अब ये पानी कानपुर पहुंचना शुरू हो गया है। इससे तेजी से जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है।
इस बार मॉनसून सामान्य से अधिक है। पहाड़ों पर हुई मूसलाधार बारिश के बाद हरिद्वार और नरौरा डैम से भारी मात्रा में पानी कानपुर की तरफ छोड़ा जा रहा है। इसकी वजह से कानपुर में गंगा का रौद्र रूप दिखना शुरू हो गया है। मौजूदा हालातों को देखते हुए बाढ़ चौकियां बनाने का काम प्रशासन ने तेज कर दिया है।
हरिद्वार के बाद नरौरा डैम से 8 जुलाई को इस सीजन का सबसे ज्यादा पानी छोड़ा गया है। 1,28,716 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। 9 जुलाई को 1,15,180 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। वहीं हरिद्वार से भी लगातार डिस्चार्ज बढ़ाया जा रहा है। हरिद्वार से 49,484 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। ये पानी अगले 48 घंटों में कानपुर तक पहुंच जाएगा, जिसके बाद कानपुर में गंगा का रौद्र रूप देखने को मिल सकता है।