वृंदावन के संत प्रेमानंद द्वारा राधाकुंड में लोगों को पैसे बांटने के मामले में श्रीकृष्ण जन्म भूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आशुतोष पांडे ने डीएम से शिकायत दर्ज कराई है। पांडे ने आरोप लगाया है कि संत ने भीड़ जुटाने के लिए लोगों में पैसे बांटे। हालांकि, प्रेमानंद के अनुयायियों का कहना है कि उन्होंने साधु संतों को दक्षिणा दी थी, और भीड़ जुटाने के लिए पैसे बांटने का आरोप गलत है।
आशुतोष पांडे ने डीएम को लिखे पत्र में कहा है कि संत प्रेमानंद बिना प्रशासनिक अनुमति के सड़कों पर भीड़ लेकर चलते हैं, जिससे यातायात बाधित होता है और जाम लग जाता है। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियों से दुर्घटनाएं हो सकती हैं। इसके अलावा, पांडे ने संत पर यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने किडनी के नाम राधाकृष्ण रखे हैं और उनकी किडनी की जांच कराने की मांग की, ताकि संत द्वारा बताई गई किडनी की खराबी की सत्यता सामने आ सके। उन्होंने यह भी बताया कि संत ने बिना प्रशासनिक अनुमति के राधाकुंड में नौका विहार किया।
दूसरी ओर, प्रेमानंद महाराज ने राधा-श्याम कुंड संगम पर विधि विधान से राधारानी की पूजा की और भक्तों के साथ राधा नाम का संकीर्तन किया। उन्होंने कहा कि राधा नाम के भजन में विशेष शक्ति है, जिसके जाप से सभी दुख दूर होते हैं। इस दौरान महाराजजी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जबकि सुरक्षा के लिए पुलिस बल भी तैनात था