सिक्के के दो पहलू की तरह कई ऐसे सितारे भी हैं, जो कई दशक तक ग्लैमर इंडस्ट्री से दूर रहने के बावजूद ऐशो-आराम की जिंदगी बिता रहे हैं बॉलीवुड में कई सितारे ऐसे रहे हैं जिन्होंने अपने समय में इंडस्ट्री पर राज किया और फिर गुमनामी के अंधेरे में खो गए। इनमें से कुछ को उम्र के आखिरी दौर में इलाज के लिए भी पैसों की कमी का सामना करना पड़ा। हालांकि, सिक्के के दूसरी तरफ कई सितारे ऐसे भी हैं, जो कई दशकों से इंडस्ट्री से दूर रहने के बावजूद ऐशो-आराम की जिंदगी बिता रहे हैं। एक ऐसा ही सितारा हैं अभिनेता और निर्देशक संजय खान, जो लंबे समय से पर्दे और निर्देशन से दूर हैं, लेकिन अपने बिजनेस के दम पर शानदार जिंदगी जी रहे हैं संजय खान का जन्म बेंगलुरु के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था, और वह अफगानी पिता और पारसी मां के पांच संतान में से एक हैं। संजय खान ने 80 के दशक में चावल निर्यात का कारोबार शुरू किया, जिसमें उन्होंने मध्य पूर्वी देशों को चावल निर्यात किया। इसके बाद, 1997 में उन्होंने बैंगलोर में ‘पांच सितारा डीलक्स गोल्डन पाम्स होटल और स्पा’ लॉन्च किया। उनके द्वारा स्थापित इस होटल का मालिकाना हक 2010 तक था। संजय खान ने रियल एस्टेट में भी कदम रखा और एस्सके प्रोपर्टीज नाम से एक फर्म शुरू की संजय खान ने न सिर्फ फिल्मों में बल्कि टीवी शो में भी अपनी पहचान बनाई। उन्होंने टीवी शो ‘द स्वॉर्ड ऑफ टीपू सुल्तान’ का निर्देशन किया, जो उनके करियर का अहम हिस्सा बना। इसके अलावा, उन्होंने ‘जय हनुमान’, ‘द ग्रेट मराठा’, और ‘1857 क्रांति’ जैसे कई शो का निर्माण और निर्देशन किया संजय खान की हनुमान भक्ति भी चर्चा का विषय रही है। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष के दौरान एक हनुमान मंदिर के पुजारी ने उनके लिए प्रार्थना की, जिसने उनकी जिंदगी पर गहरी छाप छोड़ी। इस अनुभव से प्रेरित होकर उन्होंने हनुमान जी पर आधारित टीवी शो ‘जय हनुमान’ बनाया
22 साल से फिल्में नहीं की, फिर भी करोड़ों की दौलत, हनुमान भक्त कहलाए
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सिक्के के दो पहलू की तरह कई ऐसे सितारे भी हैं, जो कई दशक तक ग्लैमर इंडस्ट्री से दूर रहने के बावजूद ऐशो-आराम की जिंदगी बिता रहे हैं बॉलीवुड में कई सितारे ऐसे रहे हैं जिन्होंने अपने समय में इंडस्ट्री पर राज किया और फिर गुमनामी के अंधेरे में खो गए। इनमें से कुछ को उम्र के आखिरी दौर में इलाज के लिए भी पैसों की कमी का सामना करना पड़ा। हालांकि, सिक्के के दूसरी तरफ कई सितारे ऐसे भी हैं, जो कई दशकों से इंडस्ट्री से दूर रहने के बावजूद ऐशो-आराम की जिंदगी बिता रहे हैं। एक ऐसा ही सितारा हैं अभिनेता और निर्देशक संजय खान, जो लंबे समय से पर्दे और निर्देशन से दूर हैं, लेकिन अपने बिजनेस के दम पर शानदार जिंदगी जी रहे हैं संजय खान का जन्म बेंगलुरु के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था, और वह अफगानी पिता और पारसी मां के पांच संतान में से एक हैं। संजय खान ने 80 के दशक में चावल निर्यात का कारोबार शुरू किया, जिसमें उन्होंने मध्य पूर्वी देशों को चावल निर्यात किया। इसके बाद, 1997 में उन्होंने बैंगलोर में ‘पांच सितारा डीलक्स गोल्डन पाम्स होटल और स्पा’ लॉन्च किया। उनके द्वारा स्थापित इस होटल का मालिकाना हक 2010 तक था। संजय खान ने रियल एस्टेट में भी कदम रखा और एस्सके प्रोपर्टीज नाम से एक फर्म शुरू की संजय खान ने न सिर्फ फिल्मों में बल्कि टीवी शो में भी अपनी पहचान बनाई। उन्होंने टीवी शो ‘द स्वॉर्ड ऑफ टीपू सुल्तान’ का निर्देशन किया, जो उनके करियर का अहम हिस्सा बना। इसके अलावा, उन्होंने ‘जय हनुमान’, ‘द ग्रेट मराठा’, और ‘1857 क्रांति’ जैसे कई शो का निर्माण और निर्देशन किया संजय खान की हनुमान भक्ति भी चर्चा का विषय रही है। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष के दौरान एक हनुमान मंदिर के पुजारी ने उनके लिए प्रार्थना की, जिसने उनकी जिंदगी पर गहरी छाप छोड़ी। इस अनुभव से प्रेरित होकर उन्होंने हनुमान जी पर आधारित टीवी शो ‘जय हनुमान’ बनाया