बुधवार सुबह 10:01 बजे, आईटीसी होटल्स का शेयर बीएसई पर 4.79% गिरावट के साथ ₹179 प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहा था 29 जनवरी को ITC Hotels ने शेयर बाजार में डेब्यू किया, जहां बीएसई (BSE) पर इसकी लिस्टिंग 188 रुपये प्रति शेयर के भाव पर हुई, जबकि एनएसई (NSE) पर यह 180 रुपये पर लिस्ट हुआ। ITC ने अपने होटल बिजनेस को अलग कर ITC Hotels के रूप में एक नई कंपनी बनाई है। यह डिमर्जर (अलग होना) शेयरधारकों के लिए वैल्यू अनलॉक करने के उद्देश्य से किया गया है। इससे पहले, 6 जनवरी 2025 को NSE और BSE ने ITC स्टॉक का प्राइस तय करने के लिए एक स्पेशल सेशन आयोजित किया था। आईटीसी और आईटीसी होटल्स के डीमर्जर के बाद, शेयरधारकों को 1:10 के अनुपात में शेयर मिले हैं। इसका मतलब यह है कि जिन निवेशकों के पास 6 जनवरी 2025 तक आईटीसी के 10 शेयर थे, उन्हें डीमर्जर के बाद आईटीसी होटल्स का 1 शेयर मिला है। शेयर लिस्टिंग के बाद, बुधवार सुबह 10:01 बजे, ITC Hotels का शेयर बीएसई पर 4.79% गिरावट के साथ ₹179 प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहा था। एनएसई पर यह ₹179.9 प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था। ITC Hotels, भारत की सबसे बड़ी होटल कंपनियों में से एक है। कंपनी के पास अक्टूबर 2024 तक 140 होटल और लगभग 13,000 ऑपरेटिंग रूम थे। ITC Hotels की योजना 2030 तक अपने पोर्टफोलियो को 200+ होटल और 18,000+ रूम तक बढ़ाने की है। कंपनी के कुल होटलों में से करीब 35% खुद ITC Hotels के स्वामित्व में हैं, जबकि बाकी होटल मैनेजमेंट और फ्रेंचाइज़ मॉडल के तहत संचालित किए जाते हैं। वित्त वर्ष 2024 (FY24) में, कंपनी के स्वामित्व वाले होटलों की एवरेज रूम रेंट (ARR) और राजस्व प्रति उपलब्ध रूम (RevPAR) में क्रमशः 20% और 18% की सालाना बढ़ोतरी हुई है। कंपनी का औसत ऑक्यूपेंसी रेट (होटल भरने की दर) 69% रहा। ITC Hotels की रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (RoCE) लगभग 20% है, जो इसके मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है। कंपनी के पास पर्याप्त नकद भंडार (नेट कैश सरप्लस) है और इसकी बैलेंस शीट पर कर्ज लगभग न के बराबर है, जिससे कंपनी को आगे बढ़ने और विस्तार के नए अवसरों का लाभ उठाने में मदद मिल रही है
ITC Hotels listing today: आईटीसी होटल्स का शेयर लिस्टिंग के बाद बाजार में 5% गिरावट के साथ डेब्यू
बुधवार सुबह 10:01 बजे, आईटीसी होटल्स का शेयर बीएसई पर 4.79% गिरावट के साथ ₹179 प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहा था 29 जनवरी को ITC Hotels ने शेयर बाजार में डेब्यू किया, जहां बीएसई (BSE) पर इसकी लिस्टिंग 188 रुपये प्रति शेयर के भाव पर हुई, जबकि एनएसई (NSE) पर यह 180 रुपये पर लिस्ट हुआ। ITC ने अपने होटल बिजनेस को अलग कर ITC Hotels के रूप में एक नई कंपनी बनाई है। यह डिमर्जर (अलग होना) शेयरधारकों के लिए वैल्यू अनलॉक करने के उद्देश्य से किया गया है। इससे पहले, 6 जनवरी 2025 को NSE और BSE ने ITC स्टॉक का प्राइस तय करने के लिए एक स्पेशल सेशन आयोजित किया था। आईटीसी और आईटीसी होटल्स के डीमर्जर के बाद, शेयरधारकों को 1:10 के अनुपात में शेयर मिले हैं। इसका मतलब यह है कि जिन निवेशकों के पास 6 जनवरी 2025 तक आईटीसी के 10 शेयर थे, उन्हें डीमर्जर के बाद आईटीसी होटल्स का 1 शेयर मिला है। शेयर लिस्टिंग के बाद, बुधवार सुबह 10:01 बजे, ITC Hotels का शेयर बीएसई पर 4.79% गिरावट के साथ ₹179 प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहा था। एनएसई पर यह ₹179.9 प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था। ITC Hotels, भारत की सबसे बड़ी होटल कंपनियों में से एक है। कंपनी के पास अक्टूबर 2024 तक 140 होटल और लगभग 13,000 ऑपरेटिंग रूम थे। ITC Hotels की योजना 2030 तक अपने पोर्टफोलियो को 200+ होटल और 18,000+ रूम तक बढ़ाने की है। कंपनी के कुल होटलों में से करीब 35% खुद ITC Hotels के स्वामित्व में हैं, जबकि बाकी होटल मैनेजमेंट और फ्रेंचाइज़ मॉडल के तहत संचालित किए जाते हैं। वित्त वर्ष 2024 (FY24) में, कंपनी के स्वामित्व वाले होटलों की एवरेज रूम रेंट (ARR) और राजस्व प्रति उपलब्ध रूम (RevPAR) में क्रमशः 20% और 18% की सालाना बढ़ोतरी हुई है। कंपनी का औसत ऑक्यूपेंसी रेट (होटल भरने की दर) 69% रहा। ITC Hotels की रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (RoCE) लगभग 20% है, जो इसके मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है। कंपनी के पास पर्याप्त नकद भंडार (नेट कैश सरप्लस) है और इसकी बैलेंस शीट पर कर्ज लगभग न के बराबर है, जिससे कंपनी को आगे बढ़ने और विस्तार के नए अवसरों का लाभ उठाने में मदद मिल रही है