Report By : ICN Network
उत्तर प्रदेश के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण पूरी तरह से समाप्त हो चुका है। अप्रैल 2025 में एयरपोर्ट के व्यावसायिक उद्घाटन से पहले सोमवार को इसका पहला ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा किया गया। यह एयरपोर्ट लगभग 5000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है और इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से करीब 72 किलोमीटर दूर स्थित है।
यह एयरपोर्ट न केवल भारत का सबसे बड़ा होगा, बल्कि विश्व के चौथे सबसे बड़े एयरपोर्टों में भी शुमार होगा। इसमें छह रनवे होंगे, जिनकी चौड़ाई 60 मीटर और लंबाई 2900 मीटर है, जो इसे अत्याधुनिक तकनीक से लैस बनाते हैं। नोएडा एयरपोर्ट एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है, यानी इसे पूरी तरह से नए सिरे से विकसित किया गया है।
17 अप्रैल 2025 को इस एयरपोर्ट का उद्घाटन हुआ, जिसके पहले दिन ही 25 घरेलू और 3 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू हो गईं। इससे उत्तर प्रदेश में कुल पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हो गए हैं, जो राज्य की बढ़ती बुनियादी सुविधाओं और कनेक्टिविटी को दर्शाता है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरू होने से दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाकों में यात्रा करना और भी आसान होगा। यह एयरपोर्ट न केवल यात्रियों के लिए, बल्कि व्यापार और उद्योग के लिए भी महत्वपूर्ण केंद्र साबित होगा और क्षेत्रीय विकास को नई गति देगा।