Report By : ICN Network
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 1984 के सिख विरोधी दंगों में मारे गए लोगों के परिजनों को सरकारी नौकरियों में नियुक्ति पत्र सौंपे। इस पहल के अंतर्गत कुल 125 पात्र लोगों को नौकरी देने की योजना बनाई गई है, जिनमें से अब तक 19 लोगों को नियुक्त किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि यह कदम सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि पीड़ित परिवारों को न्याय और सम्मान देने का प्रयास है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सरकार उन सभी परिवारों के साथ है, जिन्होंने वर्षों से इस पीड़ा को सहा है।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने पहले की सरकारों की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने अन्य संकटों जैसे कि कश्मीरी विस्थापन और कोविड-19 के दौरान जान गंवाने वाले परिवारों की समस्याओं की अनदेखी की। उन्होंने यह भी घोषणा की कि दिल्ली सरकार आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा में भाग लेने वाले लोगों को पेंशन देने की योजना बना रही है।
कार्यक्रम में मौजूद मंत्रियों और अधिकारियों ने इस पहल को सामाजिक न्याय की दिशा में एक सार्थक और संवेदनशील कदम बताया। कार्यक्रम के दौरान यह भी बताया गया कि 1984 दंगों में मारे गए लोगों के परिवारों को नौकरियां दिलवाने के लिए एक विशेष समिति बनाई गई थी, जिसने पात्र उम्मीदवारों की पहचान कर उन्हें अवसर दिलाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस आयोजन ने उन परिवारों को न केवल आर्थिक सहायता दी, बल्कि वर्षों पुराना भरोसा भी बहाल किया कि सरकार उनके साथ खड़ी है।