Report By: Amit Rana
फरीदाबाद में नगर प्रशासन ने बड़ा फैसला लेते हुए लगभग 5000 मकानों को तोड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। इन सभी घरों को अवैध निर्माण और अतिक्रमण के दायरे में चिन्हित किया गया है। इसको लेकर जिला प्रशासन ने मकान मालिकों को नोटिस जारी कर दिया है और तय समय सीमा में खुद से निर्माण हटाने को कहा है।
यह कार्रवाई मुख्य रूप से अरावली क्षेत्र में फैले अवैध कॉलोनियों और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से संवेदनशील जमीनों पर बने मकानों को लेकर की जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक इन निर्माणों ने न केवल हरित क्षेत्र को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि यह सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे का भी मामला है।
प्रशासन का कहना है कि यह कदम नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के आदेशों के अनुपालन में उठाया गया है। अरावली क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण को लेकर लगातार चेतावनी दी जा रही थी, लेकिन इसके बावजूद निर्माण कार्य जारी रहे। अब सख्ती बरतते हुए नोटिस जारी कर मकानों को हटाने की कार्रवाई शुरू की जा रही है।
जैसे ही नोटिस लोगों को मिले, कई क्षेत्रों में अफरातफरी का माहौल है। स्थानीय लोगों में डर है कि उनका आशियाना उजड़ सकता है। कुछ निवासियों ने प्रशासन से पुनर्विचार की मांग भी की है, लेकिन फिलहाल अधिकारी स्पष्ट हैं कि नियमों का उल्लंघन किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
जिला प्रशासन ने साफ कर दिया है कि जिन मकानों का निर्माण बिना अनुमति और अवैध तरीके से हुआ है, वे कार्रवाई की जद में आएंगे। लोगों को सलाह दी गई है कि वे स्वयं निर्माण हटाकर सहयोग करें, अन्यथा प्रशासन बलपूर्वक कार्रवाई करेगा।