गौतमबुद्ध नगर में शुक्रवार सुबह भूकंप जैसी आपदा से निपटने के लिए बड़े स्तर पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह अभ्यास जिले के विभिन्न स्थानों पर एक साथ किया गया, ताकि आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया और बचाव कार्यों की दक्षता परख़ी जा सके। जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और स्थानीय संस्थानों के संयुक्त सहयोग से इस मॉक ड्रिल को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। अभ्यास के दौरान जमीन हिलने की स्थिति को दर्शाते हुए फौरन सुरक्षा उपाय अपनाने और घायलों की मदद करने के तरीके समझाए गए।
ग्रेटर नोएडा के GIMS हॉस्पिटल, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया प्रा. लि., सावित्रीबाई फुले बालिका इंटर कॉलेज, WHO टाउनशिप और विकास भवन जैसे प्रमुख स्थानों पर मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इन स्थानों पर कर्मचारियों, विद्यार्थियों और आम नागरिकों को अचानक भूकंप की स्थिति में सुरक्षित स्थान पर पहुंचने, झुककर बैठने और सिर को सुरक्षित रखने जैसी प्राथमिक जानकारियां दी गईं। इसके अलावा घायलों की मदद, आग लगने की स्थिति में निकासी और एम्बुलेंस सेवा के तालमेल का भी व्यावहारिक अभ्यास कराया गया।
इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य लोगों में आपदा के समय आत्म-सुरक्षा और सामूहिक सहयोग की भावना को मजबूत करना था। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि ऐसे अभ्यास समय-समय पर होते रहेंगे, जिससे हर नागरिक किसी भी आपदा की स्थिति में घबराए नहीं, बल्कि समझदारी से काम ले सके। अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस ड्रिल के माध्यम से सिस्टम की तैयारियों का भी मूल्यांकन किया गया है और जहां खामियां दिखीं, उन्हें सुधारने की दिशा में कार्य किया जाएगा। मॉक ड्रिल के दौरान लोगों में जागरूकता और सहभागिता देखते ही बन रही थी।