नोएडा में डेंगू का कहरDengue Alert: नोएडा एक बार फिर से डेंगू की मार झेल रहा है। जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या अब तेजी से बढ़कर 291 तक पहुंच गई है। हालत इतनी गंभीर है कि जिला अस्पताल की एक महिला डॉक्टर की मौत भी डेंगू से हो गई। डॉक्टर भी नहीं बचे तो आम आदमी की हालत क्या होगी, ये तो समझा ही जा सकता है।
जिले के सोसाइटियों और गांवों में मरीजों की बाढ़ सी आ गई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग के हाथ-पांव फूल गए हैं। जिला अस्पताल में डॉक्टरों की टीम लगातार इलाज में जुटी है और मरीजों के लिए ब्लड टेस्ट की विशेष सुविधा भी शुरू की गई है। सीएमएस डॉ. अजय राणा ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा है कि इस वक्त सबसे बड़ा हथियार “साफ-सफाई” है। घरों के गमले, कूलर और छत पर रखी बाल्टियों में पानी जमा न होने दें। क्योंकि यही गंदा पानी मच्छरों की पैदाइश का अड्डा बन जाता है, और फिर वही मच्छर डेंगू का ‘निमंत्रण पत्र’ बांटते फिरते हैं।
डेंगू कोई नया मेहमान नहीं है, लेकिन इस बार हालात ज्यादा बिगड़े हुए हैं। गांवों में कच्चे घरों के आसपास जमा पानी से लेकर सोसाइटियों के पार्किंग और गार्डन तक हर जगह मच्छरों का कब्ज़ा है। यही वजह है कि डेंगू के मरीज दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि वह पूरी तरह अलर्ट पर है। टीमों को गांवों और सोसाइटियों में सर्वे के लिए भेजा जा रहा है, दवा का छिड़काव भी किया जा रहा है। लेकिन हकीकत ये है कि लोग अभी भी लापरवाह हैं। गमले में पौधे तो सींच देते हैं, लेकिन जमा पानी पर ध्यान नहीं देते। नतीजा ये होता है कि पौधे भी मुरझा जाते हैं और मच्छर भी पनप जाते हैं।