दिवालियापन से बाहर आने वाला पहला प्राजेक्ट
खरीदारों के मुताबिक यह नोएडा का पहला ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट है जो सफलतापूर्वक दिवालियापन (आईबीसी) से बाहर निकला। ट्रिब्यूनल के आदेशों का पालन करने के बजाय, नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर 78, 79, 150 और 151 में असंबंधित स्पोर्ट्स सिटी परियोजनाओं के साथ एरीना सुपरस्ट्रक्चर को रणनीतिक रूप से जोड़ दिया है। खरीदारों का दावा, अन्य सोसाइटियों से अलग है मामला
फ्लैट खरीदारों ने बताया कि 2023 में नया बिल्डर निर्माण शुरू करने को तैयार था लेकिन नोएडा प्राधिकरण ने स्पोर्ट्स सिटी के मामले की वजह से मैप अप्रूव नहीं करने की बात कही। जबकि लोटस एरीना का मामला स्पोर्ट्स सिटी की अन्य सोसाइटियों से अलग है। अमिताभकांत समिति की रिपोर्ट भी यही कहती है कि एनसीएलटी से अप्रूव्ड प्रोजेक्ट को रिजॉल्यूशन प्लान के हिसाब से ही निपटारा किया जाएगा। आरोप है कि नोएडा प्राधिकरण ने पुराने बिल्डर पर कोई कार्रवाई नहीं की जिससे खरीदारों को परेशान होना पड़ रहा है। वहीं, एरीना 2 का मामला अभी एनसीएलटी में चल रहा है।