Nashik Rape CaseNashik Rape Case: नासिक के गंगापुर थाना क्षेत्र में एक ऐसा दिल दहला देने वाला और शर्मसार करने वाला अपराध सामने आया है, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया। एक पिता ने अपनी ही 17 साल की नाबालिग बेटी के साथ घिनौना कृत्य करते हुए उसका रेप किया, जिसके परिणामस्वरूप लड़की गर्भवती हो गई। यह भयावह सच्चाई सामने आने के बाद पूरे इलाके में हाहाकार मच गया और लोगों के रोंगटे खड़े हो गए।
पेट दर्द की शिकायत ने खोला दर्दनाक राज
यह काला सच तब उजागर हुआ, जब लड़की की मां ने उसे पेट में असहनीय दर्द की शिकायत पर नासिक जिला अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सकों की गहन जांच में खुलासा हुआ कि लड़की करीब आठ सप्ताह की गर्भवती है। यह सुनते ही मां और परिवार के अन्य सदस्यों के पैरों तले से जमीन खिसक गई। आंसुओं से भरी मां ने बताया कि यह खबर उनके लिए एक बिजली का करंट बनकर गिरी, और वे सदमे में डूब गए।
पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई: 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ
घटना की भनक लगते ही गंगापुर पुलिस हरकत में आ गई। शुरुआत में अज्ञात अपराधी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया, लेकिन पुलिस ने हर संभावित एंगल से जांच शुरू कर दी। 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई, ताकि इस जघन्य अपराध के पीछे का सच सामने आ सके। जांच के दौरान पता चला कि लड़की की मां पिछले डेढ़ महीने से घर से बाहर थी। पिता दिनभर काम पर जाता और रात में घर लौटता था। पुलिस को शक हुआ, और उन्होंने इस रहस्य को सुलझाने के लिए पिता का डीएनए टेस्ट कराने का फैसला लिया।
डीएनए टेस्ट ने खोला पिता का काला चेहरा
डीएनए जांच के परिणाम ने सबको सन्न कर दिया। टेस्ट में साफ हुआ कि इस घिनौने कृत्य का गुनहगार कोई और नहीं, बल्कि लड़की का अपना पिता था। यह खुलासा इतना भयानक था कि इलाके में सन्नाटा पसर गया और लोगों के मन में आक्रोश की आग भड़क उठी। एक पिता का अपनी बेटी के साथ इस तरह का व्यवहार न केवल कानूनी अपराध है, बल्कि मानवता के खिलाफ एक क्रूर वार है।
पिता हिरासत में, बेटी सुरक्षित, जांच जारी
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है और इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। पीड़िता को अस्पताल में सुरक्षित रखा गया है, जहां उसकी देखभाल के लिए परिवार और सामाजिक संगठन आगे आए हैं। पुलिस का कहना है कि यह मामला अब अदालत में जाएगा, और सभी पुख्ता सबूत जुटाकर आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की कोशिश की जाएगी।
यह घटना नासिक के साथ-साथ पूरे देश के लिए एक चेतावनी है, जो समाज में व्याप्त विकृत मानसिकता और सुरक्षा की कमी को उजागर करती है। पीड़िता की जिंदगी को पटरी पर लाने और न्याय दिलाने की जंग अब शुरू हो चुकी है, लेकिन यह सवाल बार-बार गूंज रहा है कि आखिर कब तक मासूमों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे?