PM ModiBihar Election 2025: बिहार की सियासी जमीन पर 2025 विधानसभा चुनाव की धमक तेज हो रही है, और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपनी रणनीति को एकदम पुख्ता बना लिया है। मेनिफेस्टो कमेटी गठित करने के बाद अब पार्टी ने प्रदेश चुनाव समिति का दमदार ऐलान कर दिया है। इस पावरफुल समिति में 15 चुनिंदा नेताओं को जगह दी गई है, जबकि पदेन सदस्य के रूप में एक और विशेष आमंत्रित सदस्यों के तौर पर तीन दिग्गजों को शामिल किया गया। कुल मिलाकर 19 नेताओं वाली यह ‘ड्रीम टीम’ चुनावी जंग को जीत दिलाने के लिए मैदान में उतर चुकी है।
प्रदेश चुनाव समिति: ये हैं प्रमुख चेहरे, जो तय करेंगे जीत का रोडमैप
प्रदेश चुनाव समिति में डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल, सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, राधा मोहन सिंह, गिरिराज सिंह, नन्दकिशोर यादव, नित्यानन्द राय, मंगल पाण्डेय, डॉ. संजय जायसवाल, भीखूभाई दलसानिया, रविशंकर प्रसाद, रेणु देवी, प्रेम कुमार, जनक चमार और प्रेम रंजन पटेल जैसे दमदार नाम शुमार हैं। ये सभी नेता मिलकर चुनावी रणनीति को आकार देंगे और हर सीट पर बीजेपी का झंडा फहराने की कोशिश करेंगे।
विशेष आमंत्रण: महाराष्ट्र से आएंगे ये ‘गेस्ट स्टार्स’
पदेन सदस्य के रूप में धर्मशिला गुप्ता को जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, विशेष आमंत्रित सदस्यों में विनोद तावड़े, दीपक प्रकाश और नागेन्द्र जी जैसे नाम शामिल हैं, जो महाराष्ट्र से जुड़े होने के कारण चुनावी माहौल में नई ऊर्जा भरेंगे। इनकी एंट्री से बिहार-महाराष्ट्र के बीच सियासी सेतु मजबूत होगा।
45 सदस्यीय चुनाव अभियान समिति: प्रचार का ‘मेगा प्लान’ तैयार
चुनावी हलचल को और तेज करने के लिए बीजेपी ने 45 सदस्यीय चुनाव अभियान समिति भी गठित कर दी है। इसमें केंद्रीय मंत्री, राज्य स्तर के नेता, सांसद, विधायक, पूर्व सांसद और संगठन के वरिष्ठ चेहरे शामिल हैं। इस समिति की कमान प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल संभालेंगे। पार्टी ने साफ कहा कि समिति बनाते वक्त सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन पर खास नजर रखी गई है, ताकि हर वर्ग और कोने तक संदेश पहुंचे।
प्रचार की रणनीति: बूथ से दिल्ली तक, विकास पर फोकस
इस समिति का सबसे बड़ा काम प्रचार अभियान की चतुर रणनीति तैयार करना और उसे बूथ स्तर तक पहुंचाना है। साथ ही, केंद्रीय नेतृत्व के बड़े-बड़े दौरे और प्रचार कार्यक्रमों का समन्वय भी यही टीम करेगी। बीजेपी ने जोर देकर कहा कि चुनाव में उनका मुख्य मंत्र ‘विकास और सुशासन’ होगा। लक्ष्य साफ है – एनडीए के साथ कंधे से कंधा मिलाकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाना, जो बिहार को नई ऊंचाइयों पर ले जाए।
यह गठन बीजेपी की चुनावी तैयारी का आईना है, जो बताता है कि पार्टी हर मोर्चे पर तैयार है। अब देखना है कि यह ‘सुपर टीम’ बिहार की सियासत में क्या धमाल मचाती है!