पीड़ित ने बताया कि कुछ दिनों बाद युवती ने बताया कि उसकी नौकरी छूट गई है। उसने रुपयों की मांग भी की। पीड़ित ने पहली बार 5 हजार रुपये भेजे थे। आरोपी ने ऑनलाइन ही पीड़ित को प्यार के झांसे में फंसा लिया। इसके बाद बोली कि वह बीमार चल रही है। पीड़ित ने उसके कहने के अनुसार कई बार रकम ट्रांसफर की। इसी दौरान इंजीनियर से युवती का वकील और कुछ साथी भी बातचीत करने लगे। पीड़ित ने युवती से मिलने की इच्छा जताई तो वह बहाने बनाने लगी। साथ ही और रुपये की मांग की लेकिन पीड़ित को शक हुआ। कुछ दिन बाद उन्होंने अपने रुपये वापस मांगने तो युवती के साथी और वकील ब्लैकमेल करने लगे।
पीड़ित ने 3 साल के अंदर ठगों को 66 लाख 42 हजार 511 रुपये ट्रांसफर दिए थे। और रुपये न देने पर उन्हें जान से मारने दी धमकी मिलने लगी। इसके बाद पीड़ित ने एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज की। एडीसीपी साइबर शैव्या गोयल का कहना है कि इस मामले में मुकदमा पंजीकृत किया गया है और मामले की जांच की जा रही है

