दिल्ली के लाल किले मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम हुए धमाके ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। अब मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें ऐसे भयावह विवरण सामने आए हैं जिन्होंने जांच एजेंसियों को भी चौंका दिया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कई शवों के फेफड़े और आंतें फट गईं, कानों के पर्दे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए और शरीर के कई हिस्सों में क्रॉस इंजरी पैटर्न देखा गया है।
पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि धमाके की ताकत इतनी ज्यादा थी कि कुछ लोग दीवार या ज़मीन से टकरा गए, जिससे उनके शरीर के कई अंगों में अंदरूनी चोटें आईं। कई पीड़ितों के शरीर में पसलियाँ टूट गईं और कुछ के आंतरिक अंग फटने की वजह से तत्काल मौत हो गई।
प्रारंभिक जांच के अनुसार, विस्फोट अत्यधिक शक्तिशाली था और यह बहुत करीब से हुआ था। इसके कारण ऊपरी शरीर के हिस्से, श्रोणि और सिर पर गंभीर चोटें आईं। फॉरेंसिक टीम ने इसे हाई-इंटेंसिटी ब्लास्ट बताया है, जिससे यह अंदेशा भी जताया जा रहा है कि इसमें उच्च श्रेणी का विस्फोटक पदार्थ इस्तेमाल हुआ होगा।
धमाके में कम उम्र के लोगों सहित कई नागरिकों की मौत हुई है। कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
जांच एजेंसियां — एनआईए और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल — इस विस्फोट को आतंकी मॉड्यूल से जुड़े होने की संभावना के तहत खंगाल रही हैं। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल डेटा और फॉरेंसिक साक्ष्यों की जांच शुरू कर दी है।
फिलहाल लाल किले और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दिल्ली के प्रमुख बॉर्डर प्वाइंट्स — गाजीपुर, सिंधु, टीकरी और बदरपुर — पर भी सतर्कता बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।