Report By-Atish Trivedi Lakhimpur Kheri (UP)
UP-लखीमपुर खीरी में यूपी पुलिस के थाना प्रभारी हनुमंत लाल तिवारी ने एक बेसहारा युवती को हाथ मे कलाई बंधवाकर जहां बहिन का फर्ज अदा करते हुए लाखो रुपए अपनी जेब से लगाकर अनीता की खड़े होकर शादी भी कराई अनीता शादी के बंधन में बंधने के बाद अपने भाई दारोगा का शुक्रिया अदा करते नही थक रही साथ ही हरदोई ज़िले में खाकी वर्दी की समाज के लोग तारीफ करते नज़र आ रहे है।लखीमपुर खीरी से देखिए हमारे संवाददाता अतिश त्रिवेदी की खास रिपोर्ट
सलाम! इस पुलिस वाले ने पहले बेसहारा लड़की को अपनी बहन बनाया, फिर धूमधाम से कराई थी उसकी शादी
पुलिस को लेकर लोगों के विचार अक्सर बदलते रहते हैं। कहीं पुलिस के किसी अच्छे कार्य पर उनकी प्रशंसा होती है तो दूसरे ही दिन कोई ऐसी घटना सामने आ जाती है कि पुलिस आलोचनाओं से घिर जाती है. अब सवाल ये है, कि असल में पुलिस कैसी होनी चाहिए तो इसका जवाब है कि थाना प्रभारी पढुआ हनुमंत लाल तिवारी जैसी. चलिए आपको बताते हैं कि आखिर क्यों पुलिस की छवि इस थाना प्रभारी जैसी होनी चाहिए।
पुलिस को जनता का रक्षक माना जाता है. इनका फर्ज है कि यह हर नागरिक को संकट से बचाएं लेकिन हनुमंत तिवारी केवल जनता के रक्षक ही नहीं बल्कि बेसहारा लोगों का सहारा भी बन जाते हैं।हनुमंत लाल तिवारी उस समय चर्चा में आए जब इन्होंने अपनी मुंह बोली बहन का विवाह बड़े ही धूमधाम से संपन्न करवाया था मामला उत्तर प्रदेश के लखीमपुर कस्बा के सिकंद्राबाद का है।यहां के निवासी विचल त्रिवेदी की बीते वर्ष मौत हो गई. उनके घर पर में पड़ी टिन की शेड में करंट आ गया. अनजाने में उस शेड को छूने के कारण ही विचल तिवारी की मौत हो गई. उनकी मौत के बाद उनका पूरा परिवार बिखर गया. इस बिखरते परिवार को सहारा मिला कस्बे की पुलिस चौकी पर तैनात प्रभारी हनुमंत लाल तिवारी का. उन्होंने विचल त्रिवेदी की बेटी को अपनी बहन माना और उससे राखी बंधवा ली. थाना प्रभारी हनुमंत ने जब उसे बहन माना तो साथ ही साथ उसके विवाह की जिम्मेदारी भी ले ली.
जो वचन दिया उसे पूरा किया
इसके बाद हनुमंत लाल तिवारी मझगई चौकी के थाना प्रभारी हो गए लेकिन इसके बावजूद वह अपनी जिम्मेदारी नहीं भूले. उन्होंने परिवार के लोगों की सहमति से दिवंगत विचल त्रिवेदी की बेटी अनीता का विवाह बड़े ही धूमधाम से करवाया. दिवंगत की पत्नी कमलेश त्रिवेदी के अनुसार हनुमंत लाल तिवारी ने उनके परिवार के प्रति एक बेटा का हर फर्ज निभाया है. हनुमंत अनीता के तिलक में भी गये थे. विवाह का सारा खर्च थाना प्रभारी हनुमंत ने ही उठाया. इसके अलावा वह अनीता की शादी में एक भाई की तरह अतिथियों के स्वागत के लिए दरवाजे पर खड़े रहे. हनुमंत लाल तिवारी के अनुसार दिवंगत विचल का परिवार बेहद गरीब है. वह अपनी मौत के बाद पीछे पत्नी सहित तीन बेटियां तथा एक बेटे को छोड़ गए हैं. बेटा अभी इतना छोटा है कि घर की जिम्मेदारी नहीं उठा सकता. थाना प्रभारी हनुमंत कहते हैं कि वह कहीं भी रहें, उस परिवार की हर संभव मदद करते रहेंगे।
हनुमंत लाल तिवारी अपने अच्छे कार्यों की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. अभी हाल ही में उन्होंने कई दिनों जंगल के किनारे भटक रही एक वृद्ध महिला को उसके परिवार से मिलवाया है. हनुमंत लाल तिवारी की नजर इस भटक रही महिला पर पड़ी तो वह उसकी मदद के लिए प्रयास करने लगे. बहुत बार पूछने पर भी वह महिला अपने परिवार का पता नहीं बता पा रही थी. बाद में हनुमंत लाल तिवारी के प्रयासों से ही महिला के परिवार का पता लग सका. फिर उन्होंने इस महिला को उसके परिजनों से मिलवा दिया. इस दौरान थाना प्रभारी ने उस महिला का उचित इलाज भी करवाया