Report By: ICN Network
मुंबई के वर्ली में बीडीडी चॉल पुनर्विकास परियोजना के पहले चरण के तहत 556 परिवारों को गुरुवार को 500 वर्ग फुट के आधुनिक घर की चाबियां सौंपी गईं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने मिलकर लाभार्थियों को घर का स्वामित्व सौंपा।
पहले इन परिवारों के पास 160 वर्ग फुट के छोटे मकान थे, जबकि निजी बिल्डर अधिकतम 325 वर्ग फुट के घर का प्रस्ताव दे रहे थे। मगर म्हाडा के माध्यम से सरकार ने न केवल आकार बढ़ाकर 500 वर्ग फुट किया, बल्कि सभी आवश्यक सुविधाएं भी प्रदान कीं।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि बीडीडी चॉल का विकास वर्षों तक निजी बिल्डरों की प्राथमिकताओं और सेल करने योग्य हिस्से पर ध्यान देने के कारण अटका रहा। सरकार ने यह प्रोजेक्ट खुद हाथ में लेकर 100 साल पुराने सपने को साकार करना शुरू किया है।
उपमुख्यमंत्री शिंदे ने बताया कि इन घरों में 12 साल तक मेंटिनेंस शुल्क नहीं लगेगा और जगह का पूरा उपयोग सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि अगले पांच साल में 70,000 करोड़ रुपये के निवेश से 35,000 घर बनाए जाएंगे, जिसमें 1 लाख मिल मजदूरों के लिए घर शामिल हैं।
अक्टूबर और दिसंबर में भी अन्य लाभार्थियों को चाबियां सौंपी जाएंगी, जिससे बीडीडी चॉल पुनर्विकास पूरी तरह गति पकड़ सकेगा।