कानपुर में मेट्रो का जाल बिछाया जा रहा है. ऐसे में अंडर ग्राउंड मेट्रो के संचालन के लिए टेस्ट रन शुरू कर दिए गए हैं. टेस्ट रन के दौरान दो मेट्रो ट्रेनों को आमने-सामने दौड़ाया गया. जानिए कानपुर में कितने मेट्रो रूट हैं और कहां-कहां स्टेशन बनाए गए हैं? कानपुर मेट्रो के रूट में तेजी से विस्तार हो रहा है। वर्तमान में, मेट्रो का संचालन आईआईटी से मोतीझील तक हो रहा है, और अब यह रूट आगे बढ़ाया जाएगा। मेट्रो के दूसरे एलिवेटेड कॉरिडोर पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, जिससे शहरवासियों को आने वाले दिनों में और अधिक सुविधाएं मिलेंगी। हाल ही में, आईआईटी से मोतीझील तक ऑरेंज लाइन के तहत 5 अंडरग्राउंड स्टेशनों को जोड़ते हुए मेट्रो का ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। इस रूट पर मेट्रो ड्राइवरलेस (बिना ड्राइवर) चलाई गई, और इसे एटीओ मोड (ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन) पर चलाया गया, जिसमें दोनों मेट्रो ट्रेनों को आमने-सामने दौड़ाया गया और वे एक निश्चित दूरी पर अपने आप रुक गईं। टेस्ट रन के दौरान, दोनों ट्रेनों को एक ही ट्रैक पर चलाकर टक्कर होने जैसी स्थिति बनाई गई थी। ट्रेनों के ऑपरेटर के बिना, जैसे ही ट्रेनें आपस में पास आईं, ऑटोमेटिक ब्रेक लग गईं और दोनों ट्रेनें सुरक्षित रूप से रुक गईं। इस टेस्ट के जरिए मेट्रो के संचालन की सुरक्षा को लेकर पूरी प्रणाली का जायजा लिया गया, जिसमें ट्रैक्शन, सिग्नलिंग, पावर सप्लाई, रोलिंग स्टॉक और ब्रेक सिस्टम जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं की टेस्टिंग की गई। कानपुर मेट्रो के इस विस्तारित कॉरिडोर में आईआईटी से मोतीझील तक मेट्रो का संचालन 14 स्टेशनों तक किया जाएगा, जिसमें कुल 15 किलोमीटर का विस्तार होगा। इसके अंतर्गत एलिवेटेड और अंडरग्राउंड दोनों हिस्से शामिल होंगे। मेट्रो का यह रूट मोतीझील से चुन्नीगंज होते हुए कानपुर सेंट्रल तक जाएगा, जिससे मुख्य रेलवे स्टेशन तक पहुंचने का समय और भी कम हो जाएगा। फिलहाल, इस रूट पर आईआईटी से मोतीझील तक 9 किलोमीटर का प्रायोरिटी कॉरिडोर पहले से चल रहा है, जिसमें सफर करने में करीब 15 मिनट का समय लगता है। इसके अलावा, कानपुर ब्लू लाइन मेट्रो कॉरिडोर भी 2025 तक तैयार हो जाएगा। यह कॉरिडोर चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय से बर्रा-8 तक होगा, और इसमें 8 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिसमें रावतपुर पर ऑरेंज लाइन और ब्लू लाइन का इंटरचेंज स्टेशन होगा। इस रूट के बनने से यात्रा के समय में कमी आएगी और शहर में जाम की समस्या में भी राहत मिलेगी। कानपुर मेट्रो के इन नए विस्तारों से शहरवासियों को सुविधाजनक और तेज़ यात्रा का अनुभव होगा
कानपुर के 10 नए मेट्रो स्टेशनों पर ब्लू लाइन टेस्ट पास, चुन्नीगंज तक तैयार

कानपुर में मेट्रो का जाल बिछाया जा रहा है. ऐसे में अंडर ग्राउंड मेट्रो के संचालन के लिए टेस्ट रन शुरू कर दिए गए हैं. टेस्ट रन के दौरान दो मेट्रो ट्रेनों को आमने-सामने दौड़ाया गया. जानिए कानपुर में कितने मेट्रो रूट हैं और कहां-कहां स्टेशन बनाए गए हैं? कानपुर मेट्रो के रूट में तेजी से विस्तार हो रहा है। वर्तमान में, मेट्रो का संचालन आईआईटी से मोतीझील तक हो रहा है, और अब यह रूट आगे बढ़ाया जाएगा। मेट्रो के दूसरे एलिवेटेड कॉरिडोर पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, जिससे शहरवासियों को आने वाले दिनों में और अधिक सुविधाएं मिलेंगी। हाल ही में, आईआईटी से मोतीझील तक ऑरेंज लाइन के तहत 5 अंडरग्राउंड स्टेशनों को जोड़ते हुए मेट्रो का ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। इस रूट पर मेट्रो ड्राइवरलेस (बिना ड्राइवर) चलाई गई, और इसे एटीओ मोड (ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन) पर चलाया गया, जिसमें दोनों मेट्रो ट्रेनों को आमने-सामने दौड़ाया गया और वे एक निश्चित दूरी पर अपने आप रुक गईं। टेस्ट रन के दौरान, दोनों ट्रेनों को एक ही ट्रैक पर चलाकर टक्कर होने जैसी स्थिति बनाई गई थी। ट्रेनों के ऑपरेटर के बिना, जैसे ही ट्रेनें आपस में पास आईं, ऑटोमेटिक ब्रेक लग गईं और दोनों ट्रेनें सुरक्षित रूप से रुक गईं। इस टेस्ट के जरिए मेट्रो के संचालन की सुरक्षा को लेकर पूरी प्रणाली का जायजा लिया गया, जिसमें ट्रैक्शन, सिग्नलिंग, पावर सप्लाई, रोलिंग स्टॉक और ब्रेक सिस्टम जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं की टेस्टिंग की गई। कानपुर मेट्रो के इस विस्तारित कॉरिडोर में आईआईटी से मोतीझील तक मेट्रो का संचालन 14 स्टेशनों तक किया जाएगा, जिसमें कुल 15 किलोमीटर का विस्तार होगा। इसके अंतर्गत एलिवेटेड और अंडरग्राउंड दोनों हिस्से शामिल होंगे। मेट्रो का यह रूट मोतीझील से चुन्नीगंज होते हुए कानपुर सेंट्रल तक जाएगा, जिससे मुख्य रेलवे स्टेशन तक पहुंचने का समय और भी कम हो जाएगा। फिलहाल, इस रूट पर आईआईटी से मोतीझील तक 9 किलोमीटर का प्रायोरिटी कॉरिडोर पहले से चल रहा है, जिसमें सफर करने में करीब 15 मिनट का समय लगता है। इसके अलावा, कानपुर ब्लू लाइन मेट्रो कॉरिडोर भी 2025 तक तैयार हो जाएगा। यह कॉरिडोर चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय से बर्रा-8 तक होगा, और इसमें 8 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिसमें रावतपुर पर ऑरेंज लाइन और ब्लू लाइन का इंटरचेंज स्टेशन होगा। इस रूट के बनने से यात्रा के समय में कमी आएगी और शहर में जाम की समस्या में भी राहत मिलेगी। कानपुर मेट्रो के इन नए विस्तारों से शहरवासियों को सुविधाजनक और तेज़ यात्रा का अनुभव होगा