Report By : ICN Network
मुंबई की प्रतिष्ठित इमारतों को संरक्षित करने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने ‘आइकॉनिक बिल्डिंग्स पॉलिसी’ पर सार्वजनिक सुझाव आमंत्रित किए हैं। यह नीति उन भवनों पर केंद्रित है जो वास्तुशिल्प, सांस्कृतिक या ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण माने जाते हैं, लेकिन जिन्हें अभी तक हेरिटेज स्ट्रक्चर की सूची में औपचारिक रूप से शामिल नहीं किया गया है।
बीएमसी अधिकारियों का कहना है कि मुंबई की पहचान और विरासत में ऐसी इमारतों की अहम भूमिका है, इसलिए उन्हें संरक्षित किया जाना आवश्यक है। इसके तहत नागरिकों, विशेषज्ञों और संस्थानों से 7 जुलाई तक सुझाव और आपत्तियाँ आमंत्रित की गई हैं। इच्छुक लोग अपने सुझाव heritage.mh@mcgm.gov.in पर ईमेल के ज़रिए भेज सकते हैं।
प्रस्तावित नीति में यह भी स्पष्ट किया गया है कि किन मापदंडों पर किसी इमारत को ‘आइकॉनिक’ घोषित किया जाएगा और इसके रखरखाव की जिम्मेदारी किनकी होगी। बीएमसी का यह प्रयास न केवल मुंबई की स्थापत्य विरासत को संजोने की दिशा में एक सराहनीय पहल है, बल्कि इससे शहर के इतिहास को भी नई पहचान मिलेगी।