Report By : Ankit Srivastav, ICN Network
गाजियाबाद में राइट टू एजुकेशन के तहत चयनित हुए गरीब बच्चों के एडमिशन लेने में प्राइवेट स्कूल नखरे दिखा रहे हैं। मुख्य विकास अधिकारी (CDO) ने ऐसे 39 स्कूलों को गुरुवार को फटकार लगाई। उन्होंने आदेश दिए जिस बच्चे का नाम लिस्ट में आ रहा है, उसका एडमिशन तत्काल करें। अगर किसी तरह की क्वेरी है तो उसे BSA कार्यालय को बताएं, लेकिन बच्चे के घर पर पहुंचकर जांच-पड़ताल न करें।
CDO अभिनव गोपाल ने इन 39 स्कूलों की बैठक गुरुवार को विकास भवन स्थित दुर्गावती देवी सभागार में ली। इस बैठक में RTE के तहत होने वाले दाखिलों की समीक्षा की गई। DPS वसुंधरा, DLF पब्लिक स्कूल राजेंद्रनगर, जिंदल पब्लिक स्कूल सुदामापुरी, KR मंगलम वर्ल्ड स्कूल वैशाली, शंभू दयाल ग्लोबल स्कूल दयानंद नगर और गुरुकुल स्कूल डासना रोड में बेहद कम बच्चों के दाखिले पर चिंता जताई गई।
CDO ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया कि RTE सूची में जिन बच्चों के नाम आ जाएं, उन बच्चों का दाखिला अवश्य लिया जाए। CDO ने ये भी कहा कि स्कूलों द्वारा अभिभावक की आय और उनके घर की स्थिति की जांच कराई जा रही है। ये एकदम गलत है। स्कूल ऐसी कोई जांच नहीं कर सकते। अगर उन्हें कोई संदेह है तो वे BSA कार्यालय को सूचित करेंगे और BSA कार्यालय द्वारा अपने स्तर पर उसकी जांच कराई जाएगी।
BSA ओपी यादव ने कहा कि स्कूलों को अगर एडमिशन करने में कोई दिक्कत आ रही है तो हमें रिपोर्ट बनाकर दीजिए। हम जांच कराके इस मामले को निपटाएंगे। बैठक में CDO ने 15 जुलाई तक वंचित बच्चों का दाखिला करने का निर्देश स्कूलों को दिया। ऐसा नहीं होने की स्थिति में इन स्कूलों के विरुद्ध कार्रवाई की चेतावनी दी।