दिल्ली सरकार ने यमुना नदी के विभिन्न घाटों पर दोनों ओर छठ महापर्व की तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रशासन ने घाटों की मिट्टी समतल करने, पानी भरने और साफ-सफाई के काम में तेजी ला दी है। आईटीओ, कालिंदी कुंज, मयूर विहार, वजीराबाद, सोनिया विहार, उस्मानपुर और गीता कॉलोनी जैसे प्रमुख घाटों पर अधिकारी लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। कुछ जगहों पर पूजा के लिए अस्थायी मार्ग बनाए जा रहे हैं। यमुना का जल स्तर जहां कम है, वहां तक पानी पहुंचाने की कवायद शुरू कर दी गई है। दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के साथ-साथ लोक निर्माण विभाग और नगर निगम की टीमें काम कर रही हैं। इन विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि पूजा से पहले सभी घाटों की सफाई, कीचड़ हटाने और लाइटिंग की व्यवस्था पूरी कर ली जाए। पूर्वांचल समाज के प्रतिनिधियों का कहना है कि इस बार सरकार की सक्रियता देखकर श्रद्धालुओं में खुशी है। ‘हजार से अधिक स्थानों पर छठ महापर्व का आयोजन’
दिल्ली सरकार ने छठ पूजा को भव्य और सुरक्षित मनाने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। कला, संस्कृति एवं भाषा विभाग के तहत सभी छठ घाटों पर स्वच्छता, सुरक्षा और सांस्कृतिक गतिविधियों को लेकर विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। मंत्री कपिल मिश्रा ने मंगलवार को भाजपा के पूर्वांचल प्रकोष्ठ के साथ बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली में इस वर्ष लगभग 1000 से अधिक स्थानों पर छठ महापर्व का आयोजन होगा। सभी घाटों पर पूर्वांचल की लोक संस्कृति और परंपरा को बढ़ावा देने के लिए कलाकारों द्वारा लोकगीत, नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आयोजित की जाएंगी। स्वच्छता के लिए सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम लागू किया गया है। एमसीडी और एनडीएमसी के माध्यम से सभी घाटों की नियमित सफाई और धुलाई की जाएगी। इसके अलावा मोबाइल टॉयलेट, एम्बुलेंस, फायर सेफ्टी और बैरिकेडिंग की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।