Report By: ICN Network
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कैबिनेट बैठक के बाद मंत्रियों से 30 मिनट अलग से चर्चा कर साफ कहा कि वे विवादों से दूर रहें, अनावश्यक बयानबाजी और मीडिया से बेवजह की बातचीत से बचें और विकास कार्यों पर ध्यान दें। उन्होंने निर्देश दिया कि यदि किसी विवाद में नाम आए तो तुरंत स्पष्टीकरण दें—“मुझे ऐक्शन लेने के लिए मजबूर न करें।”
यह सख्त संदेश ऐसे वक्त आया है जब हाल में कई मंत्री विवादों में घिरे हैं। कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे विधान परिषद की कार्यवाही के दौरान मोबाइल पर रम्मी खेलते दिखे और बाद में उनके “सरकार भिखारी है, किसान नहीं” वाले बयान पर खुद फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने फटकार लगाई। विपक्ष ने इस्तीफों की मांग की है, लेकिन सरकार ने संकेत दिया है कि इस्तीफा नहीं लिया जाएगा—“कम बोलें, ज्यादा काम करें।”
इसी क्रम में सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट पर टेंडर विवाद और एक कथित नकदी वाले बैग का वीडियो, गृह राज्यमंत्री योगेश कदम पर अवैध रेत खनन व डांस बार से जुड़े आरोप, दादाजी भूसे पर भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी और मृदा एवं जल संरक्षण मंत्री संजय राठोड़ पर नियुक्ति/स्थानांतरण संबंधी प्रश्न उठे हैं। फडणवीस ने दोहराया कि सरकार की छवि को किसी भी कीमत पर नुकसान न पहुंचे।