Report By : ICN Network ग्रेटर नोएडा – शुक्रवार देर रात सूरजपुर कोतवाली पुलिस और बदमाशों के बीच मोजर बीयर गोलचक्कर के पास रेलवे लाइन किनारे स्थित जंगल में मुठभेड़ हो गई। इस दौरान बदमाशों द्वारा की गई फायरिंग के जवाब में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो अपराधियों को गोली लगने से घायल कर दिया, जबकि तीसरे बदमाश को सघन कांबिंग ऑपरेशन के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया।
पकड़े गए बदमाशों की पहचान बिट्टू उर्फ प्रवेश कसाना, गोलू उर्फ रवि जाटव और नवीन के रूप में हुई है। मौके से पुलिस ने तीन लग्जरी वाहन – एक बिना नंबर प्लेट वाली थार, एक स्कॉर्पियो और एक बलेनो – के अलावा अवैध हथियार और कारतूस भी बरामद किए हैं। जांच में सामने आया है कि थार और स्कॉर्पियो गाड़ियों से संबंधित मामले पहले से ही सूरजपुर कोतवाली में दर्ज हैं।
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि मोजर बीयर गोलचक्कर के पास चेकिंग के दौरान पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति चोरी और लूट की गाड़ियों के साथ रेलवे लाइन के पास जंगल में छिपे हैं। जब पुलिस ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की तो बदमाशों ने टीम पर जानलेवा हमला करते हुए गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो बदमाश घायल हुए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया, जबकि तीसरे को जंगल से पकड़ लिया गया।
गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों पर गंभीर आपराधिक धाराओं के तहत कई मामले दर्ज हैं। इनमें बिट्टू उर्फ प्रवेश कसाना के खिलाफ हत्या, लूट, डकैती, गैंगस्टर एक्ट और आर्म्स एक्ट जैसी 10 से अधिक गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। वह गाजियाबाद के लोनी थाना क्षेत्र का निवासी है। इसी तरह, गोलू उर्फ रवि जाटव, जो कि महोबा के फोर्निया थाना क्षेत्र से है, उस पर भी आर्म्स एक्ट और भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) की गंभीर धाराओं सहित छह से अधिक मामले दर्ज हैं। तीसरा आरोपी, नवीन, गाजियाबाद के टीला मोड़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है, और उस पर तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि ये तीनों एक संगठित आपराधिक गिरोह का हिस्सा हैं, जो वाहन चोरी, लूटपाट और अवैध हथियारों की तस्करी में लिप्त था। यह गिरोह पिछले आठ वर्षों से सक्रिय है और अब तक 20 से अधिक संगीन वारदातों को अंजाम दे चुका है। गिरोह का मुख्य आरोपी बिट्टू उर्फ प्रवेश कसाना पहले ही गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई झेल चुका है। गिरोह के सभी सदस्य पूर्व में जेल जा चुके हैं, लेकिन जेल से रिहा होने के बाद इन्होंने दोबारा आपराधिक गतिविधियां शुरू कर दीं।