इसके बाद साइबर ठगों के कहने पर 20 अगस्त से 18 अक्टूबर तक 22 बार में 1.30 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए। इधर जालसाजों के एप पर करीब पांच करोड़ का पोर्टफोलियो दिखने लगा। जब पीड़ित ने रकम निकालने का प्रयास किया तब जालसाजों ने और रकम जमा करने पर जोर दिया। जब अतिरिक्त रकम जमा करने से मना कर दिया तब जालसाजों ने संपर्क तोड़ लिया। तब पीडि़त को साइबर ठगी का अहसास हुआ। इसके बाद उन्होंने एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत की। एडीसीपी साइबर शैव्या गोयल का कहना है कि साइबर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है और खातों की जांच की जा रही है।
नोएडा: शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर इंजीनियर से 1.30 करोड़ की साइबर ठगी
इसके बाद साइबर ठगों के कहने पर 20 अगस्त से 18 अक्टूबर तक 22 बार में 1.30 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए। इधर जालसाजों के एप पर करीब पांच करोड़ का पोर्टफोलियो दिखने लगा। जब पीड़ित ने रकम निकालने का प्रयास किया तब जालसाजों ने और रकम जमा करने पर जोर दिया। जब अतिरिक्त रकम जमा करने से मना कर दिया तब जालसाजों ने संपर्क तोड़ लिया। तब पीडि़त को साइबर ठगी का अहसास हुआ। इसके बाद उन्होंने एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत की। एडीसीपी साइबर शैव्या गोयल का कहना है कि साइबर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है और खातों की जांच की जा रही है।

