Report By: ICN Network
दिल्ली के वेलकम स्थित जनता कॉलोनी में 12 जुलाई को चार मंजिला इमारत गिरने से सात लोगों की मौत और सात लोग घायल हो गए थे, लेकिन हादसे के एक महीने बाद भी हालात जस के तस हैं। यहां 500 से ज्यादा मकान हैं, जिनमें कई लोहे के खंभों के सहारे खड़े हैं, और कभी भी गिरने का खतरा बना हुआ है। हादसे के बाद नए निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई थी और शाहदरा जिला प्रशासन ने नगर निगम को 15 दिन के भीतर सभी मकानों की स्ट्रक्चरल जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया था।
लेकिन समयसीमा निकलने के बावजूद जांच का काम शुरू तक नहीं हुआ। निगम का तर्क है कि यह इलाका दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब) के अधीन है, इसलिए जांच उनकी जिम्मेदारी नहीं है। वहीं, जिला प्रशासन का कहना है कि भवन उपनियमों का पालन कराना नगर निगम की जिम्मेदारी है, और जांच उसी को करनी होगी। इस खींचतान के बीच स्थानीय लोग खतरनाक मकानों में रहने को मजबूर हैं और अधिकारियों की सुस्ती के चलते उनकी जान पर संकट लगातार मंडरा रहा है|