Report By : ICN Network
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 30 अप्रैल 2025 को उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर अंसल प्रॉपर्टीज़ एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (APIL) के खिलाफ छापेमारी की। यह कार्रवाई कथित रूप से ₹600 करोड़ के फंड डायवर्जन और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत की गई।
ED की टीम ने लखनऊ, गाज़ियाबाद, नोएडा और दिल्ली में सात स्थानों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद की गई, जिन्होंने रियल एस्टेट कंपनियों द्वारा घर खरीदारों से धोखाधड़ी के मामलों में सख्त कार्रवाई की आवश्यकता जताई थी।
इससे पहले, आयकर विभाग ने भी अंसल एपीआई के लखनऊ स्थित सुशांत गोल्फ सिटी कार्यालय और निदेशकों के आवासों पर छापेमारी की थी। इन छापेमारीयों में कंपनी द्वारा किए गए कथित कर चोरी और निवेशकों से धोखाधड़ी के मामलों की जांच की गई थी।
उत्तर प्रदेश रेरा की रिपोर्ट में भी अंसल ग्रुप पर ₹600 करोड़ से अधिक की राशि के गबन का आरोप लगाया गया है, जिसके आधार पर ED ने यह कार्रवाई की है। इस मामले में अब तक 65 से अधिक मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था कि यदि अंसल ग्रुप ने एक भी खरीदार के साथ धोखाधड़ी की है, तो उसकी सारी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी और दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
यह कार्रवाई अंसल ग्रुप के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा है, जो रियल एस्टेट सेक्टर में धोखाधड़ी और अनियमितताओं के मामलों में सख्त कदम उठाने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।