Report By : ICN Network
फरीदाबाद में जीएसटी कार्यालय में उस समय हड़कंप मच गया जब एक महिला खुद को जीएसटी विभाग की अधिकारी बताकर धोखाधड़ी के एक मामले की जांच करने पहुंची। परंतु अधिकारियों को जब उसकी गतिविधियां संदिग्ध लगीं, तो सच्चाई सामने आई — महिला का कोई आधिकारिक संबंध जीएसटी विभाग से था ही नहीं।
महिला ने खुद को सीजीएसटी (Central GST) विभाग की अफसर बताते हुए कहा कि वह एक पुराने टैक्स फ्रॉड केस की जांच के लिए आई है। उसने कुछ फर्मों की जानकारी मांगी और अधिकारियों से पूछताछ शुरू कर दी। शुरू में विभाग के कुछ कर्मचारियों को उस पर विश्वास हो गया, लेकिन उसकी पहचान और स्वीकृति पत्र को लेकर जब गहराई से सवाल पूछे गए तो वह उलझने लगी।
कार्यालय में मौजूद वरिष्ठ अफसरों को महिला की भाषा, दस्तावेज़ और परिचय पत्र पर संदेह हुआ। उन्होंने तुरंत उससे सभी प्रमाण मांगे और विभागीय पुष्टि शुरू की। जब संबंधित विभाग से जानकारी ली गई, तो इस नाम की कोई अधिकारी मौजूद नहीं पाई गई। इसके बाद महिला की पहचान फर्जी साबित हो गई।
जैसे ही फर्जीवाड़ा सामने आया, अधिकारियों ने तुरंत महिला को रोककर पूछताछ की और फिर पुलिस को बुलाया। प्राथमिक तौर पर आशंका है कि महिला किसी संगठित गिरोह से जुड़ी हो सकती है, जो फर्जी जांच के नाम पर संवेदनशील जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहा था।
जीएसटी कार्यालय की टीम ने सतर्कता और समय पर कार्रवाई करके एक बड़ी जालसाजी को नाकाम कर दिया। इस तरह की घटनाएं यह साफ करती हैं कि अब सरकारी संस्थानों में फर्जी पहचान के सहारे घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं, जिससे विभागों को पहले से ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।