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GST रजिस्ट्रेशन: पूरे देश में उत्तर प्रदेश अव्वल, प्रदेश में नोएडा सबसे आगे

Report By : ICN Network

नोएडा, जो कभी उत्तर प्रदेश के पिछड़े इलाकों में गिना जाता था, अब टैक्स योगदान के मामले में पूरे देश में पहचान बना चुका है। वस्तु एवं सेवा कर (GST) रजिस्ट्रेशन में उत्तर प्रदेश ने महाराष्ट्र को पीछे छोड़ते हुए देश में पहला स्थान हासिल कर लिया है। और इसी के साथ प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले ने राज्य स्तर पर सबसे आगे रहते हुए बड़ी उपलब्धि दर्ज की है।

1 जुलाई 2025 को केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 30 जून तक पूरे देश में GST रजिस्ट्रेशन में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर रहा है। सेंट्रल और स्टेट दोनों प्रकार के जीएसटी में यूपी सबसे आगे है। सेंट्रल जीएसटी के तहत 9,26,615 कारोबारियों ने पंजीकरण कराया, जो देश के अन्य किसी भी राज्य से अधिक है। अकेले जून माह में इन कारोबारियों ने 15,713 करोड़ रुपये का टैक्स सरकार को जमा किया। इस सूची में महाराष्ट्र 7,71,529 रजिस्ट्रेशनों के साथ दूसरे नंबर पर है। इसके बाद गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक का क्रम आता है।

स्टेट जीएसटी की बात करें तो यूपी के 10,99,850 व्यापारियों ने पंजीकरण कराया है, जिन्होंने जून में 16,266 करोड़ रुपये का टैक्स राज्य सरकार के खजाने में जमा किया। यहां भी महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर रहा, जहां 10,92,809 कारोबारियों ने पंजीकरण कराया है। गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर हैं।

उत्तर प्रदेश के इस प्रदर्शन में गौतमबुद्ध नगर जिले की भूमिका सबसे अहम रही है। सेंट्रल जीएसटी में जिले से 1,12,348 कारोबारियों ने पंजीकरण कराया है, जिसमें नोएडा से 86,772 और ग्रेटर नोएडा से 22,253 रजिस्ट्रेशन शामिल हैं। स्टेट जीएसटी में जिले से कुल 1,14,674 रजिस्ट्रेशन दर्ज किए गए हैं, जिनमें नोएडा से 92,421 और ग्रेटर नोएडा से 22,253 कारोबारी शामिल हैं।

हालांकि, टैक्स वसूली में जहां गौतमबुद्ध नगर सबसे आगे है, वहीं फर्जी कंपनियों की संख्या भी यहीं सबसे अधिक पाई गई है। इस पर नियंत्रण के लिए ऑनलाइन निगरानी प्रणाली को मजबूत किया गया है। अपर आयुक्त ग्रेड-2 विवेक आर्य के मुताबिक, जो कंपनियां टैक्स चोरी करती हैं या समय पर भुगतान नहीं करतीं, वे पहले से ही ऑनलाइन पोर्टल पर चिन्हित होने लगती हैं। कई रिमाइंडर के बाद भी अगर टैक्स जमा नहीं किया गया तो ऐसी फर्मों को ब्लैकलिस्ट कर कानूनी कार्रवाई की जाती है और उनसे टैक्स वसूली की जाती है।

By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

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