Report By: ICN Network
गुरुग्राम नगर निगम ने आवारा कुत्तों के प्रबंधन के लिए दो डॉग शेल्टर बनाने पर 2.5 करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन अब तक एक भी शेल्टर चालू नहीं हो सका। बसई में बने शेल्टर पर 50 लाख रुपये और बेगमपुर खटौला के एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर पर दो करोड़ रुपये खर्च होने के बावजूद, दोनों इमारतें बंद हैं। सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेशों के बाद भी नसबंदी और देखभाल की प्रक्रिया ठप है, जबकि कुत्तों के काटने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
यह जिम्मेदारी पहले जीव दया और एनिमल सिम्पेथी नाम की दो एजेंसियों को दी गई थी, जिनका वर्क ऑर्डर सितंबर में समाप्त होगा। अब निगम चार नई एजेंसियों को काम देने की तैयारी में है, लेकिन करोड़ों की लागत वाली परियोजनाएं फिलहाल अधर में हैं और शहरवासी राहत का इंतजार कर रहे हैं।