Report By : ICN Network
उत्तर प्रदेश में इन्वेस्ट यूपी के निलंबित सीईओ और आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश के खिलाफ पिछले 15 दिनों में जांच एजेंसियों ने पांच अलग-अलग आदेश जारी किए हैं। इन कार्रवाइयों से साफ है कि उन पर शिकंजा लगातार कसता जा रहा है।
20 मार्च को लखनऊ के गोमतीनगर थाने में अभिषेक के करीबी निकांत जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें एक उद्योगपति से सोलर संयंत्र लगाने के बदले पांच प्रतिशत रिश्वत मांगे जाने का आरोप है। इसके अगले दिन ईडी को इस मामले की जांच सौंपी गई, और 22 मार्च को निकांत के ऑफिस को सील कर दिया गया।
29 मार्च को डिफेंस कॉरिडोर में भूमि अधिग्रहण में गड़बड़ी को लेकर शासन ने अभिषेक प्रकाश के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की, जिसमें उन्हें दोषी पाया गया। 30 मार्च को उनका निलंबन प्रस्तावित कर डीओपीटी को रिपोर्ट भेज दी गई। 2 अप्रैल को विजिलेंस ने भी जांच शुरू कर दी।
इन कार्रवाइयों के बीच अभिषेक प्रकाश के कुछ करीबी लोग भी जांच एजेंसियों के निशाने पर आ चुके हैं। मेरठ निवासी एक युवक, लखनऊ के दो अधिकारी और तीन निजी व्यक्ति जांच के दायरे में हैं। ईडी, विजिलेंस और राजस्व विभाग की टीमें अलग-अलग पहलुओं की जांच कर रही हैं। फिलहाल पूछताछ नहीं हुई है, लेकिन जल्द ही नोटिस जारी किया जा सकता है।