Report By : ICN Network
41 अवैध इमारतों के निर्माण और ध्वस्तीकरण से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 13 अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई एक बड़े अवैध निर्माण घोटाले के सिलसिले में की गई, जिसमें कई प्रभावशाली लोगों और अधिकारियों की भूमिका की जांच हो रही है।
पूर्व पार्षद सीताराम गुप्ता और उनके भाई अरुण गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी और निजी भूमि पर कब्जा कर चार मंजिला अवैध इमारतों का निर्माण किया और उन्हें आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को बेचा। कोर्ट के आदेश पर 2024 में इन इमारतों को गिरा दिया गया, जिससे हजारों परिवार बेघर हो गए।
ईडी ने यह भी खुलासा किया है कि इस घोटाले में फर्जी दस्तावेज और नकली बिक्री समझौते का इस्तेमाल किया गया। जांच के दौरान कई स्थानों से संपत्ति से जुड़े दस्तावेज, बैंक खाते और वित्तीय लेनदेन की जानकारी एकत्र की गई है। मामले में संबंधित अधिकारियों की भूमिका भी सवालों के घेरे में है।