Report By : Rishabh Singh,ICN Network
बागपत में रिटायर्ड दरोगा के बेटे ने प्रेग्नेंट पत्नी और मां की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। घर में अलग-अलग कमरों में दोनों के शव पड़े मिले। चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने पुलिस को खबर दी। घर में आई पुलिस को देख दरोगा के बेटे ने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया।
गर्दन पर ब्लेड मारकर सुसाइड करने की कोशिश की। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर बेटे को बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस की पूछताछ में बेटे ने हत्या की बात कबूल की। उसने बताया- मां और पत्नी के झगड़े से तंग आ गया था।
ये रोज-रोज का नाटक हो गया था। मुझे भी ताना मारा जाता था, इसलिए दोनों को मार डाला। पत्नी को मारने से पहले सॉरी भी बोला। इसके बाद उसकी गर्दन पर चाकू मारे। सोते समय मां का गला रेत दिया। मामला छपरौली थाना क्षेत्र का है।
हलालपुर गांव में दिल्ली पुलिस के रिटायर्ड दरोगा जितेंद्र परिवार के साथ रहते हैं। घर में उनकी पत्नी सरोज (58), दो महीने की प्रेग्नेंट बहू वर्षा (28) और छोटा बेटा मनीष रहते थे। बड़ा बेटा धीरज फायर ब्रिगेड, दिल्ली में है। वह परिवार के साथ वहीं रहता है। मनीष वेट लिफ्टर है। वह इस समय नेशनल लेवल पर पावर लिफ्टिंग खेलने की तैयारी कर रहा था।
दो कमरों में पड़ा था सास और बहू का शव जितेंद्र कुछ समय पहले रिटायर हुए थे। उनकी पेंशन क्लियर होने में दिक्कत हो रही थी। इस वजह से वह मंगलवार को दिल्ली गए थे। इसी बीच मनीष ने पहले पत्नी और फिर मां का चाकू से गला रेत दिया। सूचना पर एसपी अर्पित विजयवर्गीय पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। अंदर 2 कमरों में सास-बहू के खून से लथपथ शव पड़े थे।
मनीष पुलिस को देखते ही बाथरूम में जाकर छिप गया। दरवाजा खोलने के लिए कहा गया, तो उसने अपनी गर्दन पर ब्लेड मार लिया। फिर दरवाजा तोड़कर उसे बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने मनीष से पूछताछ की तो उसने हत्या करने की बात कबूल कर ली।