यूपी के बाराबंकी में शादी करने दूल्हा बारात लेकर गाजे-बाजे के साथ नाव से पहुंचा। नाव से बारात लेकर शादी करने पहुंचे दूल्हे को देखने को लेकर लोगो की भीड़ इकट्ठा हो गई। नाव से शादी करने पहुंचा दूल्हा चर्चा का विषय बन गया। दरअसल सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से तलहटी में बसे गांवो में पानी प्रवेश कर गया है। तटबंध के अंदर बने मकानों में पानी घुस गया है। यहां के लोगों ने पलायन कर ऊंचे स्थानों पर शरण ली है। किसानों की सैकड़ों एकड़ फसलें जलमग्न हो गई हैं। बाढ़ आने से पीड़ितों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में किसी के घर में शादी है तो किसी के घर में कोई दूसरा आयोजन है। लेकिन बाढ़ के चलते लोग तरह-तरह के जतन कर रहे हैं।
मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र का है। जहां नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद कई गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। इसी बीच बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के ग्राम पंचायत बल्लोपुर द्वितीय में माधवपुरवा के रहने वाले राम आसरे की बेटी की शादी होनी थी। सूरतगंज ब्लॉक के सैलक गांव से राघवराम की बारात आनी थी। लेकिन गांव को जाने के लिए रास्ता नहीं था। सड़क मार्ग न होने पर दूल्हा राघवराम दुल्हनिया लेने के लिए डीजे, बाजा और बराती लेकर नाव से निकल पड़े और शादी करने के लिए लड़की के गांव पहुंच गए। नाव सवार दूल्हे को देखने के लिए गांव के लोगों का हुजूम दौड़ पड़ा।