New Delhi : सीबीआई बीमा घोटाला मामले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के तत्कालीन सहयोगी के परिसरों की तलाशी कर रही है. इससे पहले सीबीआई की एक टीम 28 अप्रैल को 60 करोड़ रुपये के कथित भ्रष्टाचार मामले में और जानकारी हासिल करने के लिए जम्मू-कश्मीर राज्य के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के आवास आरकेपुरम पहुंची थी.
मामला एक स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़ा है, जिसे कथित तौर पर आगे बढ़ाने के लिए कहा गया था. मलिक ने दावा किया था कि 23 अगस्त, 2018 और 30 अक्टूबर, 2019 के बीच जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान फाइलों को मंजूरी देने के लिए उन्हें रिश्वत की पेशकश की गई थी.
महत्वपूर्ण बात यह है कि जम्मू कश्मीर में राज्यपाल रहने के दौरान सत्यपाल मलिक ने खुद इंश्योरेंस में कथित भ्रष्टाचार का मामला उठाया था। लेकिन अब उल्टा उनसे सीबीआई ने पिछले महीने पूछताछ के लिए उनके घर गई थी। इस पहले सत्यपाल मलिक को सीबीआई ने 28 अप्रैल को पूछताछ के लिए अपने कार्यालय बुलाया था, लेकिन बाद में उसने कहा था कि सीबीआई टीम मलिक के घर पर जाएगी। बहरहाल, पिछले 8 महीने में यह तीसरी बार है जब सीबीआई इस मामले में सक्रिय नजर आ रही है।
आपको बता दें कि सत्यपाल मलिक ने द वायर के इंटरव्यू में फरवरी 2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर बमबारी के बारे में कई बातें कही थीं। पुलवामा हमले में 40 सीआरपीएफ जवान मारे गए था। सत्यपाल मलिक ने इंटरव्यू में कहा, ‘सीआरपीएफ के लोगों ने अपने जवानों को ले जाने के लिए विमान मांगा था, क्योंकि इतना बड़ा काफिला कभी सड़क मार्ग से नहीं जाता। मैंने गृह मंत्रालय से पूछा, उन्होंने विमान देने से इनकार कर दिया, जबकि सीआरपीएफ को सिर्फ पांच विमानों की जरूरत थी, उन्हें विमान नहीं दिया गया।’
सत्यपाल मलिक को हालांकि बीजेपी शासित केंद्र सरकार ने ही राज्यपाल बनाया था लेकिन मलिक ने सरकार की आलोचना का कोई मौका नहीं छोड़ा। उन्होंने किसानों के मुद्दों पर सरकार को बार-बार घेरा। तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की सलाह उन्होंने भी दी थी। महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का मुद्दा भी वो लगातार उठा रहे हैं। वो आए दिन जंतर मंतर पर जाते भी हैं।