Report By : Ankit Srivastav, ICN Network
एनसीआर में नोएडा को बेस्ट प्लांड सिटी बनाने के लिए रीजनल कांप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान पर एक प्रेजेंटेशन किया गया। ये प्रजेंटेशन UMTC ने किया जो इस शहर के 25 लाख से अधिक लोगों को जाम मुक्त ट्रांसपोर्ट सिस्टम देने के उद्देश्य के लिए था। इस इंटरनल मोबिलिटी प्लान को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा ताकि लोगों को लोकल ट्रांसपोर्ट के साथ गाजियाबाद, दिल्ली, हापुड़, बुलंदशहर के लोगों को भी बेहतर कनेक्टिविटी मिल। खास बात ये है कि पूरा प्लान सिर्फ EV पर आधारित है।जिसमें एक्सपर्ट के साथ IDC मनोज सिंह, नोएडा प्राधिकरण के CEO लोकेश एम, ग्रेटरनोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने भी अपने विचार साझा किए। इस प्रेजेंटेशन में वित्तीय संस्थाएं और एयरपोर्ट अथॉरिटी भी शामिल हुए। जिनके सामने कंसल्टेंट कंपनी ने मोबिलिटी प्लान के बारे में जानकारी दी। कंपनी को 15 दिन का समय दिया गया कि वो फाइल रिपोर्ट सब्मिट करे। इसके बाद RFP जारी कर प्लान को जमीन पर उतारा जा सके।
ये प्रेजेंटेशन नोएडा एयर पोर्ट को केंद्रित करते हुए थी किया गया। IDC मनोज कुमार सिंह ने कहा कि “नोएडा ग्रेटरनोएडा जेवर और गाजियाबाद को सम्मिलित करते हुए अर्बन एग्लोमरेशन के लिए तत्काल आधुनिक सार्वजनिक यातायात प्रणाली किया जाए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की प्रणाली विकसित की जाए जो कि आधुनिक तकनीक पर आधारित हो। सड़कों पर कार की संख्या में कमी जाए। जिससे नोएडा ग्रेटरनोएडा, यमुना स्थित नोएडा एयरपोर्ट से एनसीआर गाजियाबाद, आंनद विहार, फरीदाबाद, दिल्ली के शहर से सुगम यातायात संभव हो सके”।
नोएडा में प्रदेश का शो विंडो है। यहां लोकल ट्रांसपोर्ट सिस्टम नहीं है। लोगों को ज्यादा पैसे खर्च करके ट्रैवल करना पड़ रहा है। इसलिए लोग अपने व्हीकल प्रयोग कर रहे है। जिससे जाम और प्रदूषण भी बढ़ता है। कार की संख्या सड़कों से कम करनी है। लोकल ट्रांसपोर्ट नहीं होने से ऑटो लेकर सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां भी मनमाना किराया वसूल रहे है। सबसे अहम नोएडा एयरपोर्ट जिससे इस शहर के लोगों की कनेक्टिविटी को लेकर है।
इस प्लान को जमीन पर उतारने के लिए काफी पैसा खर्चा करना होगा। इसके लिए लोन या अन्य वित्तीय संसाधन जुटाने के लिए ही वित्तीय संस्थानों को इसमें शामिल किया गया। जिसमें KFW, ADB, WORLD BANK, EIB के अलावा कई वित्तीय संस्थान शामिल हुए। एक संस्थान ने बताया कि आज भी हांगकांग जैसे शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट हमेशा प्रौफिट में रहता है। यदि आइडिया बेहतर है तो हम लोन देने को तैयार है।