कानपुर से कबरई तक प्रस्तावित फोर लेन हाईवे परियोजना के लिए अलाइनमेंट परीक्षण रिपोर्ट सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेज दी गई है। मंत्रालय से मंजूरी के बाद कंसलटेंट द्वारा डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को सौंपी जाएगी। परियोजना की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया मंजूरी के बाद शुरू होगी यह हाईवे कानपुर, फतेहपुर, हमीरपुर, और महोबा जिलों के 68 गांवों से होकर गुजरेगा। इसकी कुल लंबाई 112 किलोमीटर होगी। हाईवे के लिए तीन संभावित अलाइनमेंट तैयार किए गए हैं। इनमें से एक विकल्प वर्तमान हाईवे को चौड़ा करना है, जिसमें रमईपुर, घाटमपुर, और अन्य कस्बों के बाहर बाईपास बनाना होगा। दूसरा विकल्प समानांतर हाईवे बनाना है, जिसे रिंग रोड से जोड़ा जाएगा। परीक्षण समिति द्वारा उचित अलाइनमेंट पर निर्णय लिया जाएगा परियोजना की शुरुआती योजना के अनुसार, रमईपुर के पास रिंग रोड से हाईवे की शुरुआत होनी थी। इसकी अनुमानित लागत 3,700 करोड़ रुपये थी, जिसमें से 2,000 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण मुआवजे के लिए आवंटित थे। अब लागत में वृद्धि की संभावना है हाईवे निर्माण में चार बड़े, छह छोटे पुल, चार फ्लाईओवर, एक रेलवे ओवरब्रिज और 21 अंडरपास शामिल होंगे। इन सुविधाओं से आवागमन सुगम होगा और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को गति मिलेगी परियोजना के शीघ्र कार्यान्वयन के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आवश्यक प्रक्रियाएं तेजी से पूरी करने के निर्देश दिए हैं। इस हाईवे के निर्माण से लखनऊ, कानपुर, हमीरपुर, और छतरपुर होते हुए भोपाल तक आवागमन आसान हो जाएगा यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय विकास में सहायक होगी बल्कि परिवहन नेटवर्क को भी सुदृढ़ करेगी। प्रस्तावित फोर लेन हाईवे से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और क्षेत्र के आर्थिक विकास को प्रोत्साहन मिलेगा
कानपुर-कबरई हाईवे परियोजना बजट में शामिल, परीक्षण के लिए परिवहन मंत्रालय ने अलाइनमेंट भेजा
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कानपुर से कबरई तक प्रस्तावित फोर लेन हाईवे परियोजना के लिए अलाइनमेंट परीक्षण रिपोर्ट सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेज दी गई है। मंत्रालय से मंजूरी के बाद कंसलटेंट द्वारा डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को सौंपी जाएगी। परियोजना की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया मंजूरी के बाद शुरू होगी यह हाईवे कानपुर, फतेहपुर, हमीरपुर, और महोबा जिलों के 68 गांवों से होकर गुजरेगा। इसकी कुल लंबाई 112 किलोमीटर होगी। हाईवे के लिए तीन संभावित अलाइनमेंट तैयार किए गए हैं। इनमें से एक विकल्प वर्तमान हाईवे को चौड़ा करना है, जिसमें रमईपुर, घाटमपुर, और अन्य कस्बों के बाहर बाईपास बनाना होगा। दूसरा विकल्प समानांतर हाईवे बनाना है, जिसे रिंग रोड से जोड़ा जाएगा। परीक्षण समिति द्वारा उचित अलाइनमेंट पर निर्णय लिया जाएगा परियोजना की शुरुआती योजना के अनुसार, रमईपुर के पास रिंग रोड से हाईवे की शुरुआत होनी थी। इसकी अनुमानित लागत 3,700 करोड़ रुपये थी, जिसमें से 2,000 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण मुआवजे के लिए आवंटित थे। अब लागत में वृद्धि की संभावना है हाईवे निर्माण में चार बड़े, छह छोटे पुल, चार फ्लाईओवर, एक रेलवे ओवरब्रिज और 21 अंडरपास शामिल होंगे। इन सुविधाओं से आवागमन सुगम होगा और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को गति मिलेगी परियोजना के शीघ्र कार्यान्वयन के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आवश्यक प्रक्रियाएं तेजी से पूरी करने के निर्देश दिए हैं। इस हाईवे के निर्माण से लखनऊ, कानपुर, हमीरपुर, और छतरपुर होते हुए भोपाल तक आवागमन आसान हो जाएगा यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय विकास में सहायक होगी बल्कि परिवहन नेटवर्क को भी सुदृढ़ करेगी। प्रस्तावित फोर लेन हाईवे से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और क्षेत्र के आर्थिक विकास को प्रोत्साहन मिलेगा