कानपुर के चकेरी इलाके में एक घड़ी व्यापारी द्वारा हिस्ट्रीशीटर पर रंगदारी मांगने और मारपीट का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट के अनुसार, तिवारीपुर निवासी व्यापारी शशांक चौरसिया ने आरोप लगाया कि हिस्ट्रीशीटर लक्ष्मी शंकर सोनकर उर्फ शुक्ला खटिक ने एक जनवरी को अपने साथियों के साथ मारपीट की और 50 हजार रुपये की रंगदारी मांगी बुधवार को लक्ष्मी शंकर सोनकर अपनी पत्नी के साथ पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचा और खुद को बेगुनाह बताते हुए सफाई दी। सोनकर ने कहा कि उसे झूठा फंसाया गया है। उसने बताया कि एक जनवरी को वह अपनी पत्नी रेशमा सोनकर के साथ गोलगप्पे खा रहा था, तभी व्यापारी नेता शशांक चौरसिया के साथी गोलू चौरसिया और आशू चौरसिया महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी कर रहे थे। विरोध करने पर विवाद हुआ, जिसके बाद हाथापाई हुई। सोनकर ने आरोप लगाया कि उसके खिलाफ फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है और उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर अपनी सफाई दी वीडियो में सोनकर ने कहा कि उसके और व्यापारी के बीच विवाद का कारण महिलाओं पर की गई टिप्पणियां थीं, न कि रंगदारी। उसने दावा किया कि व्यापारी और उसके साथी घर पहुंचकर उसे धमकाने भी आए थे इस मामले पर एसीपी चकेरी दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि घटना की निष्पक्ष जांच की जाएगी। दोनों पक्षों के बयान और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई होगी मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां सोनकर का वीडियो वायरल हो रहा है। पुलिस कमिश्नर कार्यालय में पहुंचकर सोनकर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताते हुए न्याय की मांग की है
हिस्ट्रीशीटर पत्नी संग पुलिस कमिश्नर के पास पहुंचा, फरियाद करते हुए कहा
कानपुर के चकेरी इलाके में एक घड़ी व्यापारी द्वारा हिस्ट्रीशीटर पर रंगदारी मांगने और मारपीट का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट के अनुसार, तिवारीपुर निवासी व्यापारी शशांक चौरसिया ने आरोप लगाया कि हिस्ट्रीशीटर लक्ष्मी शंकर सोनकर उर्फ शुक्ला खटिक ने एक जनवरी को अपने साथियों के साथ मारपीट की और 50 हजार रुपये की रंगदारी मांगी बुधवार को लक्ष्मी शंकर सोनकर अपनी पत्नी के साथ पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचा और खुद को बेगुनाह बताते हुए सफाई दी। सोनकर ने कहा कि उसे झूठा फंसाया गया है। उसने बताया कि एक जनवरी को वह अपनी पत्नी रेशमा सोनकर के साथ गोलगप्पे खा रहा था, तभी व्यापारी नेता शशांक चौरसिया के साथी गोलू चौरसिया और आशू चौरसिया महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी कर रहे थे। विरोध करने पर विवाद हुआ, जिसके बाद हाथापाई हुई। सोनकर ने आरोप लगाया कि उसके खिलाफ फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है और उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर अपनी सफाई दी वीडियो में सोनकर ने कहा कि उसके और व्यापारी के बीच विवाद का कारण महिलाओं पर की गई टिप्पणियां थीं, न कि रंगदारी। उसने दावा किया कि व्यापारी और उसके साथी घर पहुंचकर उसे धमकाने भी आए थे इस मामले पर एसीपी चकेरी दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि घटना की निष्पक्ष जांच की जाएगी। दोनों पक्षों के बयान और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई होगी मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां सोनकर का वीडियो वायरल हो रहा है। पुलिस कमिश्नर कार्यालय में पहुंचकर सोनकर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताते हुए न्याय की मांग की है