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भोलेनाथ के मंदिर ने कानपुर को प्रलय से बचा लिए जानिए कैसे ! सृष्टि को बचाने के लिए पिया था विष , शहरवासियों को अपने ऊपर बिजली गिराकर बचा लिया

Report By : Ankit Srivastav, ICN Network

कानपुर में एक ऐसी घटना घटी जिसे सुनकर और देखकर सभी हैरान रह गए। लोगों का कहना है की आने वाले प्रलय से भगवान ने बचा लिया। घटना ऐसी थी जिसमें सैकड़ो लोगों की जान भी जा सकती थी लेकिन भगवान भोलेनाथ ने उसे अपने ऊपर ले लिया आइए अब आपको बताते हैं कि ऐसी क्या घटना घटी जिसके बाद कानपुर शहर के कैलाश नाथ प्रांगण जहां हजारों लोग रहते हैं उन्होंने 200 साल पुराने प्राचीन मंदिर में पूजा अर्चना शुरू कर दी। मंदिर में ब्राह्मणों ने अनुष्ठान शुरू कर दिया उनका मानना है कि भगवान भोलेनाथ ने सैकड़ो लोगों की जान बचाकर उपकार किया है आपको बताते हैं कि आखिर गुरुवार सुबह कानपुर के इस प्राचीन मंदिर में क्या घटना घटी…

गुरुवार की सुबह कानपुर में सुबह 6:30 बजे जोरदार बारिश हुई बारिश के साथ बादलों में बिजली कड़क रही थी। शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत शिवाला में भगवान भोलेनाथ का सैकड़ो साल पुराना मंदिर है इस मंदिर की अनोखी बात यह है कि यहां सफेद शिवलिंग है जो पूरे उत्तर भारत में इतना बड़ा शिवलिंग नहीं है और इसे एशिया का अनोखा मंदिर माना जाता है। इसी मंदिर की गुंबद पर तड़के सुबह जब पूजा हो रही थी तभी बिजली गिर गई। आकाशीय बिजली गिरने से गुम्बद पर एक सीधी रेखा बन गई और कई जगह से गुंबद क्षतिग्रस्त हो गया। मंदिर के पुजारी ने बताया की कुछ सेकेंड के लिए एकदम सा अंधेरा हो गया और फिर एकदम से लाल रोशनी आसपास के क्षेत्र में छा गई। लोग डर गए यहां तक की मंदिर में जो लोग पूजन कर रहे थे कुछ महिलाएं थी वह रोने लगी। कुछ देर में बाहर निकाल कर जब देखा गया तो पता चला की गुंबद पर बिजली गिरी है जिसकी वजह से गुंबद क्षतिग्रस्त हो गया।

आपको बता दें की कैलाश नाथ प्रांगण में हजारों घर बने हुए शहर का सबसे घना इलाका है। लोगों को कहना है कि अगर बिजली कहीं आसपास गिर जाती तो सैकड़ो लोगों की मौत हो सकती थी। लोगों ने यह भी बताया कि मंदिर के पास ही उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी फूल मंडी लगती है सुबह का समय वहां हजारों लोग खुले में रहते हैं। बिजली अगर वहां गिर जाती तो भी जनमानस का बड़ा नुकसान हो सकता था। लेकिन भगवान भोलेनाथ ने ठीक उसी तरह से लोगों की रक्षा की जैसे सृष्टि को बचाने के लिए भोलेनाथ ने विष पिया था। लोग भगवान भोलेनाथ का पूजन करने लगे और यह कह रहे हैं कि भगवान शंकर की वजह से यहां इस घनी आबादी में लोगों की जान बची। लोगों ने यह भी बताया की आसपास के सैकड़ो घरों में कहीं टीवी फुंक गई कहीं बल्ब उड़ गए और कहीं सारे सीसीटीवी कैमरे खराब हो गए। इस तरह की घटना के बाद लोग इस प्राचीन मंदिर को लेकर अलग-अलग कहानी भी कह रहे हैं। उनका कहना है कि एक बड़ी विपदा से भगवान कैलाश नाथ यानी कि कैलाश मंदिर में विराजमान सफेद शिवलिंग की वजह से सब की जान बची है।

By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

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