Report By : ICN Network
मुंबई पोर्ट ट्रस्ट (BPT) ने देश के पहले इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल का निर्माण लगभग पूरा कर लिया है। साउथ मुंबई में बने इस टर्मिनल का उद्घाटन आगामी कुछ हफ्तों में किया जाएगा।
उद्घाटन से पहले टर्मिनल की सभी व्यवस्थाओं का ट्रायल शुरू कर दिया गया है, ताकि किसी भी तकनीकी खामी को समय रहते दूर किया जा सके। 4 लाख वर्ग फीट में बने इस टर्मिनल का उद्देश्य मुंबई को देश का प्रमुख क्रूज हब बनाना है, जिससे पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
बीते कुछ सालों में मुंबई में आने वाले इंटरनेशनल क्रूज की संख्या में इजाफा हुआ है। मौजूदा समय में हर साल करीब 50 इंटरनेशनल क्रूज मुंबई पहुंच रही है। हर साल सैकड़ों डोमेस्टिक क्रूज की आवाजाही होती है। टर्मिनस के खुल जाने से मुंबई में आने वाली क्रूज की संख्या में तेजी से इजाफा होने की उम्मीद है।
वॉटर ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए ग्राउंड प्लस तीन मंजिला टर्मिनल तैयार किया जा रहा है। ग्राउंड फ्लोवर और पहली मंजिल का इस्तेमाल देशी और विदेशी यात्रियों को हैंडल करने के लिए किया जाएगा। जबकि दूसरे और तीसरे मंजिल को किराए पर दिया जाएगा। 4 लाख फीट परिसर में बन रहे टर्मिनल के 2 लाख फीट के क्षेत्र को कमर्शियल इस्तेमाल के लिए देकर 15 से 20 साल के भीतर लागत वसूलने की योजना तैयार की है।
टर्मिनल तैयार करने के बाद उसके संचालन का जिम्मा बीपीटी द्वारा निजी ऑपरेटर को दिया जाएगा। ट्रस्ट ने ऑपरेटर की चयन प्रक्रिया पूरी कर ली है। बीपीटी अधिकारी के मुताबिक, टर्मिनस के भीतर फाइनल टच और ट्रायल का कार्य चल रहा है। जल्द ही क्रूज टर्मिनल का आधिकारिक उद्घघाटन किया जाएगा। टर्मिनस के भीतर यात्री काउंटर, कस्टम, इमिग्रेशन काउंटर और अन्य ऑफिस तैयार किए गए हैं।
मुंबई पोर्ट ट्रस्ट (BPT) ने क्रूज टर्मिनल संचालन के लिए ऑपरेटर के साथ 30 साल का अनुबंध किया है। इस समझौते के तहत 30 करोड़ रुपये की डिपॉजिट मनी जमा कराई गई है, जबकि हर साल 5 करोड़ रुपये का किराया लिया जाएगा, जिसमें सालाना 5% की बढ़ोतरी होगी।
टर्मिनल के निर्माण पर बीपीटी ने 300 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। आंकड़ों के मुताबिक, हर साल लगभग 3 लाख भारतीय क्रूज से यात्रा करते हैं। अब तक देशी सैलानियों को क्रूज का आनंद लेने के लिए विदेश जाना पड़ता था, लेकिन मुंबई में नया टर्मिनल बनने से यात्री सीधे जलमार्ग से अंतरराष्ट्रीय सफर कर सकेंगे।