Report By : ICN Network
जिला पर्यावरण समिति की बैठक बृहस्पतिवार को आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष मनीष कुमार वर्मा ने की। इस बैठक में पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण रोकथाम के मुद्दों पर चर्चा की गई। सेक्टर-32 स्थित डंपिंग ग्राउंड में आग लगने के कारण घरों में धुआं भर गया, जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हर साल डंपिंग ग्राउंड में आग लगने की घटनाएं होती हैं, लेकिन नोएडा अथॉरिटी की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
इस समस्या को लेकर बैठक में चर्चा हुई, जिसमें बताया गया कि पांच दिन तक लगातार लगी आग से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। इस पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कार्रवाई करते हुए अथॉरिटी पर हर दिन 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया, जिससे कुल 1 लाख 25 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया।
बैठक में जिलावनाधिकारी प्रमोद श्रीवास्तव, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी उत्सव शर्मा, पर्यावरण समिति, गंगा समिति और वृक्षारोपण समिति के सदस्य भी मौजूद रहे। इसी दौरान क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 9 साइट्स पर खुदाई के बाद गड्ढे खुले छोड़ने के मामले में उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) पर 4 लाख 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। विद्युत लाइन बिछाने के लिए खुदाई करने के बाद गड्ढे खुले छोड़ने पर प्रति साइट 50 हजार रुपये का जुर्माना तय किया गया।
उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (यूपीपीसीबी) के अधिकारियों के अनुसार, खुले गड्ढों से न केवल लोगों के गिरने का खतरा रहता है, बल्कि सड़क पर मिट्टी फैलने से प्रदूषण भी बढ़ता है। खुदाई से निकलने वाली मिट्टी को नियमों के अनुसार ग्रीन शेड से ढकने का प्रावधान है, लेकिन ऐसा न करने की वजह से धूल उड़कर वायु प्रदूषण बढ़ा रही है। जगह-जगह खुदाई के बाद गड्ढे खुले छोड़ने की समस्या को रोकने के लिए अब सख्त कदम उठाए गए हैं।