यह अस्पताल आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस है और रोज़ाना सैकड़ों मरीज यहां इलाज के लिए आते हैं। लेकिन भवन में जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण बरसात के समय और पाइपलाइन लीक होने पर पानी अस्पताल के अंदर भर जाता है। इससे मरीजों के साथ-साथ स्टाफ को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि इस 27 करोड़ की योजना में भवन की वॉटरप्रूफिंग, पाइपलाइन की मरम्मत, ड्रेनेज सिस्टम का सुधार और छतों की लीकेज को ठीक किया जाएगा। साथ ही अस्पताल परिसर में जलभराव रोकने के लिए नई नालियों और पाइपों की व्यवस्था की जाएगी। इस योजना से उम्मीद जताई जा रही है कि अस्पताल की मौजूदा दिक्कतें दूर होंगी और मरीजों को साफ-सुथरा और सुरक्षित वातावरण मिलेगा। प्राधिकरण का कहना है कि कार्य जल्द शुरू किया जाएगा और समयबद्ध तरीके से पूरा भी किया जाएगा। अस्पताल प्रशासन और स्थानीय लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि यह कार्य काफी पहले हो जाना चाहिए था, लेकिन अब कम से कम यह समाधान की ओर एक गंभीर कदम है।

यह अस्पताल आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस है और रोज़ाना सैकड़ों मरीज यहां इलाज के लिए आते हैं। लेकिन भवन में जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण बरसात के समय और पाइपलाइन लीक होने पर पानी अस्पताल के अंदर भर जाता है। इससे मरीजों के साथ-साथ स्टाफ को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि इस 27 करोड़ की योजना में भवन की वॉटरप्रूफिंग, पाइपलाइन की मरम्मत, ड्रेनेज सिस्टम का सुधार और छतों की लीकेज को ठीक किया जाएगा। साथ ही अस्पताल परिसर में जलभराव रोकने के लिए नई नालियों और पाइपों की व्यवस्था की जाएगी। इस योजना से उम्मीद जताई जा रही है कि अस्पताल की मौजूदा दिक्कतें दूर होंगी और मरीजों को साफ-सुथरा और सुरक्षित वातावरण मिलेगा। प्राधिकरण का कहना है कि कार्य जल्द शुरू किया जाएगा और समयबद्ध तरीके से पूरा भी किया जाएगा। अस्पताल प्रशासन और स्थानीय लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि यह कार्य काफी पहले हो जाना चाहिए था, लेकिन अब कम से कम यह समाधान की ओर एक गंभीर कदम है।