एयरपोर्ट में टर्मिनल बिल्डिंग को छोड़कर टैक्सी वे, प्रवेश-निवास टैक्सी वे, एप्रेन, पार्किंग, वाच टावर, ट्रेनिंग रूम, क्रैश गेट व अन्य उपकरण स्थापित हो चुके हैं। रनवे व एटीसी का काम भी पूरा हो गया है। टर्मिनल के आंतरिक कार्यों को तेजी से पूरा किया जा रहा है।नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डा. अरुणवीर सिंह का कहना है कि 80 एकड़ में कार्गो टर्मिनल का निर्माण तकरीबन पूरा हो चुका है। परिसर में सड़क का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। यमुना एक्सप्रेस वे से टर्मिनल तक सीधे कनेक्टिविटी हो गई है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण में जमीन देने वाले किसान परिवार के युवाओं को अब योग्यता के अनुसार नौकरी मिलेगी। इसके लिए पोर्टल तैयार किया जा रहा है। एक माह में नौकरी देने का लक्ष्य पूरा हो जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए पहले चरण में 1,334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया था। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के दौरान भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसान परिवारों के बालिग सदस्यों को आजीविका के लिए दो विकल्प दिए गए थे – या तो नौकरी प्राप्त करें या एकमुश्त साढ़े पांच लाख रुपये की मुआवजा राशि लें। हालांकि, यह सुविधा केवल पुरुष युवाओं के लिए उपलब्ध थी, जबकि परिवार की बालिग युवतियों को इससे अलग रखा गया था। अधिग्रहण से प्रभावित परिवारों के कुल 6,727 युवाओं ने नौकरी के बजाय आर्थिक सहायता लेना उचित समझा और साढ़े पांच लाख रुपये की राशि स्वीकार कर ली। दूसरी ओर, 769 युवाओं ने मुआवजे की बजाय नौकरी को प्राथमिकता दी। हालांकि, ये युवा अब तक रोजगार की प्रतीक्षा में हैं। लेकिन एयरपोर्ट संचालन शुरू होने के साथ ही इनके लिए नौकरियों की संभावनाएं बढ़ रही हैं। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि भूमि अधिग्रहण से प्रभावित युवाओं को नौकरी देने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। इसके लिए एक विशेष पोर्टल तैयार किया जा रहा है, जहां इच्छुक युवा आवेदन कर सकेंगे। इस पोर्टल के माध्यम से योग्यता के आधार पर चयन प्रक्रिया पूरी की जाएगी और पात्र युवाओं को नौकरियां दी जाएंगी। इतना ही नहीं, अधिग्रहण से प्रभावित युवाओं के अलावा अन्य योग्य उम्मीदवारों के लिए भी रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे, जो पोर्टल के जरिए आवेदन कर चयन प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे।

एयरपोर्ट में टर्मिनल बिल्डिंग को छोड़कर टैक्सी वे, प्रवेश-निवास टैक्सी वे, एप्रेन, पार्किंग, वाच टावर, ट्रेनिंग रूम, क्रैश गेट व अन्य उपकरण स्थापित हो चुके हैं। रनवे व एटीसी का काम भी पूरा हो गया है। टर्मिनल के आंतरिक कार्यों को तेजी से पूरा किया जा रहा है।नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डा. अरुणवीर सिंह का कहना है कि 80 एकड़ में कार्गो टर्मिनल का निर्माण तकरीबन पूरा हो चुका है। परिसर में सड़क का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। यमुना एक्सप्रेस वे से टर्मिनल तक सीधे कनेक्टिविटी हो गई है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण में जमीन देने वाले किसान परिवार के युवाओं को अब योग्यता के अनुसार नौकरी मिलेगी। इसके लिए पोर्टल तैयार किया जा रहा है। एक माह में नौकरी देने का लक्ष्य पूरा हो जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए पहले चरण में 1,334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया था। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के दौरान भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसान परिवारों के बालिग सदस्यों को आजीविका के लिए दो विकल्प दिए गए थे – या तो नौकरी प्राप्त करें या एकमुश्त साढ़े पांच लाख रुपये की मुआवजा राशि लें। हालांकि, यह सुविधा केवल पुरुष युवाओं के लिए उपलब्ध थी, जबकि परिवार की बालिग युवतियों को इससे अलग रखा गया था। अधिग्रहण से प्रभावित परिवारों के कुल 6,727 युवाओं ने नौकरी के बजाय आर्थिक सहायता लेना उचित समझा और साढ़े पांच लाख रुपये की राशि स्वीकार कर ली। दूसरी ओर, 769 युवाओं ने मुआवजे की बजाय नौकरी को प्राथमिकता दी। हालांकि, ये युवा अब तक रोजगार की प्रतीक्षा में हैं। लेकिन एयरपोर्ट संचालन शुरू होने के साथ ही इनके लिए नौकरियों की संभावनाएं बढ़ रही हैं। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि भूमि अधिग्रहण से प्रभावित युवाओं को नौकरी देने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। इसके लिए एक विशेष पोर्टल तैयार किया जा रहा है, जहां इच्छुक युवा आवेदन कर सकेंगे। इस पोर्टल के माध्यम से योग्यता के आधार पर चयन प्रक्रिया पूरी की जाएगी और पात्र युवाओं को नौकरियां दी जाएंगी। इतना ही नहीं, अधिग्रहण से प्रभावित युवाओं के अलावा अन्य योग्य उम्मीदवारों के लिए भी रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे, जो पोर्टल के जरिए आवेदन कर चयन प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे।