Report By : ICN Network
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) की स्थापना 24 अप्रैल 2001 को केवल 8 गांवों के विकास के लिए की गई थी। हालांकि, वित्तीय चुनौतियों के कारण एक समय इसे ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में विलय करने की योजना बनाई गई थी। लेकिन 2018 में जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सैद्धांतिक मंजूरी मिलने के बाद से YEIDA ने विकास की नई उड़ान भरी है। अब इसका विस्तार गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, मथुरा, आगरा, अलीगढ़ और हाथरस के 1149 गांवों तक हो गया है।
एयरपोर्ट परियोजना के चलते क्षेत्र में निवेशकों की रुचि बढ़ी है। अब तक लगभग साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है, जिसमें से 27,000 करोड़ रुपये का निवेश अकेले ज्यूरिख कंपनी द्वारा एयरपोर्ट के तीनों चरणों के लिए किया जा रहा है। इसके अलावा, इंडस्ट्रियल क्लस्टर में 3,000 से अधिक उद्योगों को भूमि आवंटित की गई है।
2009 से अब तक YEIDA ने लगभग 35,000 आवासीय प्लॉटों का आवंटन किया है, हालांकि इनमें से केवल 2,500 पर ही निर्माण कार्य पूरा हुआ है। वर्तमान में 50-60 उद्योग निर्माणाधीन हैं और लगभग 15 उद्योग संचालन में हैं। ग्रुप हाउसिंग में भी लगभग 10 परियोजनाओं में लोग निवास कर रहे हैं।
यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों ओर 5 से 35 किमी के क्षेत्र में YEIDA द्वारा कई प्रमुख परियोजनाएं विकसित की जा रही हैं, जिनमें इंटरनेशनल फिल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क, सेमीकंडक्टर पार्क, ओलंपिक सिटी, राया हेरिटेज सिटी, न्यू आगरा अर्बन सिटी और स्पोर्ट्स सिटी शामिल हैं। इसके अलावा, सार्वजनिक परिवहन के लिए रैपिड रेल, मोनो रेल, पीआरटी, रेलवे और इलेक्ट्रिक बसों की सुविधाएं भी प्रस्तावित हैं।
इन विकास परियोजनाओं के चलते YEIDA अब उत्तर प्रदेश की प्रमुख विकास प्राधिकरणों में से एक बन गई है, जो क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।