Report By : ICN Network
नोएडा में सेक्टर-51 (एक्वा लाइन) और सेक्टर-52 (ब्लू लाइन) मेट्रो स्टेशनों को जोड़ने वाला स्काईवॉक अब तक पूरा नहीं हो पाया है। इसकी प्रमुख वजह बार-बार समयसीमा का बदला जाना है। इससे यात्रियों को गर्मी और धूप में पैदल चलने में परेशानी हो रही है।
प्रारंभ में यह परियोजना वर्ष 2024 तक पूरी होने का दावा किया गया था, लेकिन अब इसे मई 2025 तक पूरा करने की बात कही जा रही है। निर्माण की धीमी गति को देखकर यह समयसीमा भी संदेहास्पद लगती है।
यह स्काईवॉक लगभग 480 मीटर लंबा होगा और इसमें ट्रैवलेटर की गति 0.5 मीटर प्रति सेकंड रखी जाएगी। इसके निर्माण पर लगभग 26 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं, जिसमें से 11 करोड़ रुपये सिविल कार्यों और 15 करोड़ रुपये विद्युत कार्यों पर खर्च किए जा रहे हैं।
देरी के पीछे सबसे बड़ा कारण डिज़ाइन में बदलाव और निर्माण कार्य की सुस्त रफ्तार है। पहले स्काईवॉक को सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन के बाईं ओर जोड़ने की योजना थी, जिसे अब दाईं ओर किया जा रहा है। इससे इसकी लंबाई और लागत दोनों बढ़ गई हैं।
यात्रियों को धूप से बचाने के लिए लगाए गए ग्रीन नेट अब फट चुके हैं, जिससे उन्हें कोई राहत नहीं मिल रही है। स्थानीय लोगों की मांग है कि इस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि रोज़ाना आने-जाने वाले यात्रियों को सुविधा मिल सके।