महादेव सट्टा ऐप के सरगना सौरभ चंद्राकर को दुबई में हिरासत में लिया गया था, और अब सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद उसे अगले 10 दिनों में भारत डिपोर्ट किए जाने की उम्मीद है। महादेव सट्टा ऐप के तार नोएडा से जुड़े हुए हैं, जहां बड़ी कार्रवाई के बाद सभी दस्तावेज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सौंपे गए। इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और महज डेढ़ महीने में नोएडा पुलिस ने 400 करोड़ रुपए के लेन-देन का पता लगाया
नोएडा पुलिस की कार्रवाई और इनपुट के कारण सौरभ चंद्राकर पर शिकंजा कसना संभव हो सका। 10 फरवरी 2023 को थाना सेक्टर-39 पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड के गैंग का पर्दाफाश किया और चंद्राकर के एक प्रमुख सहयोगी सचिन सोनी को गिरफ्तार किया। सचिन सोनी गैंग के अन्य सदस्यों के लिए सौरभ चंद्राकर की डील करवाने का काम करता था और नोएडा के सेक्टर-108 में एक मकान किराए पर लिया था
इस मकान में आरोपी मेन गेट पर ताला लगाकर रखते थे ताकि स्थानीय लोग समझ सकें कि वहां कोई नहीं रहता। पुलिस के मुताबिक, सचिन सोनी अन्य सदस्यों के लिए रोजमर्रा की चीजें लाने का काम करता था। पकड़े गए आरोपियों ने ग्राहकों को गेम खेलने और वेबसाइट चुनने का डेमो दिया, जिसके बाद ग्राहक अपनी पसंदीदा वेबसाइट पर पैसे ट्रांसफर करते थे। ग्राहक महादेव बुक के नंबर पर पैसे जमा करने का स्क्रीनशॉट भेजते थे, और इसके बाद विभिन्न ऑनलाइन खेलों में भाग लेते थे