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न्यू नोएडा विकास: किसानों को करोड़ों का मुआवजा, स्थानीय प्रतिक्रियाएं और टीला सलाहकार की भूमिका

ICN NETWORK: ANKIT SRIVASTAVA
उत्तर प्रदेश में शहरी विकास के नए आयाम स्थापित करने के लिए “न्यू नोएडा” परियोजना की शुरुआत हो चुकी है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले इस महत्वाकांक्षी मास्टर प्लान 2041 के तहत 209 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में नया शहर बसाया जाएगा। न्यू नोएडा का मुख्य उद्देश्य न केवल क्षेत्रीय विकास को गति देना है, बल्कि स्थानीय किसानों और निवासियों के जीवन स्तर को भी सुधारना है
स्थान और क्षेत्र चयन

न्यू नोएडा का विकास ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे के आसपास किया जाएगा, जिसमें जोखाबाद, सांवली, और अन्य 15 गांव प्राथमिकता में शामिल हैं। इस परियोजना के पहले चरण में 15 गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। कुल 80 गांवों को परियोजना के तहत शामिल किया जाना है

भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया

भूमि अधिग्रहण पूरी तरह से किसानों की सहमति से किया जाएगा। किसानों को उनकी भूमि के बदले आकर्षक मुआवजा और पुनर्वास के लाभ दिए जाएंगे
कुल 3,165 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण का लक्ष्य है

मास्टर प्लान की खासियत

  1. भूमि उपयोग का प्रावधान
औद्योगिक क्षेत्र: 13%

आवासीय क्षेत्र: 18%

ग्रीन एरिया और कृषि: 18%

आबादी का अनुमान
न्यू नोएडा में लगभग 6 लाख लोग बसेंगे
विकास के चरण
परियोजना को चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा, जिसमें पहले चरण में 15 गांवों पर काम होगा


किसानों और स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया

किसानों का उत्साह

कई किसानों ने भूमि अधिग्रहण को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया है। उनकी प्रमुख चिंताओं को समझते हुए प्राधिकरण ने संवाद बढ़ाया है। ग्राम प्रधानों और किसानों के बीच लगातार बैठकें हो रही हैं ग्राम प्रधान का बयान:
“यह परियोजना हमारे गांवों का भविष्य बदल देगी। हमें उम्मीद है कि मुआवजे के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।”

स्थानीय निवासियों की उम्मीदें

न्यू नोएडा परियोजना से हमारे बच्चों को रोजगार और बेहतर शिक्षा के अवसर मिलेंगे,” सांवली गांव के निवासी ने कहा

मुआवजा और पुनर्वास:

किसानों को प्रति बीघा भूमि का उचित मुआवजा मिलेगा

पुनर्वास योजनाओं में उन्हें आधुनिक सुविधाएं और कौशल विकास का अवसर भी प्रदान किया जाएगा


प्रोजेक्ट के मुख्य बिंदु

सलाहकार कंपनी की भूमिका

न्यू नोएडा के विकास की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए प्राधिकरण ने “टीला” नामक सलाहकार कंपनी को नियुक्त किया है। यह कंपनी भूमि अधिग्रहण, योजना निर्माण और विकास प्रक्रिया का नेतृत्व करेगी

स्थाई कार्यालय की स्थापना

धोखाबाद और सांवली जैसे गांवों में न्यू नोएडा का स्थाई कार्यालय स्थापित किया जाएगा, जहां परियोजना संबंधी सभी गतिविधियों की निगरानी होगी

विस्तारित विकास योजना

औद्योगिक और आवासीय क्षेत्रों का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। इसके साथ ही परिवहन, बिजली, पानी और अन्य बुनियादी ढांचे पर भी ध्यान दिया जाएगा


परियोजना का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव

रोजगार के अवसर: औद्योगिक क्षेत्रों में नई फैक्ट्रियों और कंपनियों की स्थापना से स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे

सामाजिक विकास: बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं से निवासियों के जीवन स्तर में सुधार होगा

किसानों की आर्थिक प्रगति: मुआवजे और अन्य लाभों के माध्यम से किसानों की आर्थिक स्थिति सशक्त होगी

पर्यावरण संरक्षण: ग्रीन एरिया और कृषि भूमि को प्राथमिकता देकर पर्यावरण को भी संरक्षित किया जाएगा


भविष्य की चुनौतियां और संभावनाएं

न्यू नोएडा परियोजना एक महत्वाकांक्षी पहल है, लेकिन इसमें कुछ चुनौतियां भी हो सकती हैं

भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न करना

किसानों के हितों का ध्यान रखते हुए उन्हें समय पर मुआवजा प्रदान करना

पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखना

हालांकि, प्रशासन और सलाहकार कंपनी के प्रयास इन चुनौतियों को हल करने में सक्षम हैं


न्यू नोएडा उत्तर प्रदेश का शहरी भविष्य

न्यू नोएडा परियोजना न केवल एक नया शहर बसाने की प्रक्रिया है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश में शहरी विकास का एक नया अध्याय लिखने जा रही है। किसानों और स्थानीय निवासियों की सक्रिय भागीदारी और प्रशासन के प्रयास इस परियोजना को सफल बनाएंगे

By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

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