उत्तर प्रदेश में शहरी विकास के नए आयाम स्थापित करने के लिए “न्यू नोएडा” परियोजना की शुरुआत हो चुकी है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले इस महत्वाकांक्षी मास्टर प्लान 2041 के तहत 209 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में नया शहर बसाया जाएगा। न्यू नोएडा का मुख्य उद्देश्य न केवल क्षेत्रीय विकास को गति देना है, बल्कि स्थानीय किसानों और निवासियों के जीवन स्तर को भी सुधारना है
स्थान और क्षेत्र चयन न्यू नोएडा का विकास ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे के आसपास किया जाएगा, जिसमें जोखाबाद, सांवली, और अन्य 15 गांव प्राथमिकता में शामिल हैं। इस परियोजना के पहले चरण में 15 गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। कुल 80 गांवों को परियोजना के तहत शामिल किया जाना है
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया
भूमि अधिग्रहण पूरी तरह से किसानों की सहमति से किया जाएगा। किसानों को उनकी भूमि के बदले आकर्षक मुआवजा और पुनर्वास के लाभ दिए जाएंगेकुल 3,165 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण का लक्ष्य है
मास्टर प्लान की खासियत
- भूमि उपयोग का प्रावधान
न्यू नोएडा में लगभग 6 लाख लोग बसेंगे
विकास के चरण
परियोजना को चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा, जिसमें पहले चरण में 15 गांवों पर काम होगा
किसानों और स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया
किसानों का उत्साह कई किसानों ने भूमि अधिग्रहण को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया है। उनकी प्रमुख चिंताओं को समझते हुए प्राधिकरण ने संवाद बढ़ाया है। ग्राम प्रधानों और किसानों के बीच लगातार बैठकें हो रही हैं ग्राम प्रधान का बयान:“यह परियोजना हमारे गांवों का भविष्य बदल देगी। हमें उम्मीद है कि मुआवजे के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।”