Report By : ICN Network
नोएडा में बीते 16 वर्षों में आवासीय संपत्तियों की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। वर्ष 2008-09 में ए श्रेणी के सेक्टरों में आवंटन दर 39,600 रुपये प्रति वर्ग मीटर थी, जो अब बढ़कर 1,32,860 रुपये प्रति वर्ग मीटर हो गई है। इसी अवधि में, ई श्रेणी के सेक्टरों में यह दर 14,400 रुपये से बढ़कर 51,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर हो गई है।
नोएडा में आईटी कंपनियों और अन्य व्यवसायों की बढ़ती संख्या के कारण रोजगार के अवसर बढ़े हैं। इससे लोग बड़ी संख्या में यहां बसने लगे हैं, जिससे संपत्ति की मांग में वृद्धि हुई है। मेट्रो, बस और अन्य सार्वजनिक परिवहन सुविधाओं के विस्तार ने नोएडा को दिल्ली, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम से अच्छी तरह जोड़ दिया है। बेहतर कनेक्टिविटी ने इस क्षेत्र को निवेश और आवासीय दृष्टि से आकर्षक बना दिया है।
नोएडा में सड़क, बिजली, पानी और सीवरेज जैसी बुनियादी सुविधाओं में निरंतर सुधार हुआ है। इसके अलावा, शहर में कई शॉपिंग मॉल, मनोरंजन केंद्र, पार्क और रेस्टोरेंट खुलने से यहां रहने का स्तर बेहतर हुआ है। नोएडा में प्रतिष्ठित स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों की बढ़ती संख्या ने इसे शिक्षा के लिए आदर्श स्थान बना दिया है। साथ ही, सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों और मेडिकल सुविधाओं की मौजूदगी ने लोगों को यहां बसने के लिए प्रेरित किया है।
नोएडा प्राधिकरण ने हाल ही में आवासीय संपत्तियों की दरों में छह प्रतिशत की वृद्धि को मंजूरी दी है। यह वृद्धि जल्द ही लागू होगी, जिससे यहां संपत्ति खरीदना और महंगा हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले वर्षों में भी नोएडा में संपत्ति की कीमतों में इजाफा जारी रह सकता है। बुनियादी ढांचे के विस्तार और नए व्यवसायों के आने से इस क्षेत्र में निवेश की संभावनाएं बढ़ती रहेंगी, जिससे रियल एस्टेट बाजार में और तेजी देखी जा सकती है।