Report By : ICN Network
नोएडा के सेक्टर-115 में स्थित शाहपुर गांव में वर्षों पहले एक पानी की टंकी का निर्माण किया गया था, जिसका उद्देश्य आसपास के सात गांवों—शाहपुर, नंगली, सोरखा, गेझा, बहलोलपुर, सलारपुर, और छपरौली—को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना था। हालांकि, निर्माण के बावजूद, यह टंकी आज तक चालू नहीं हो सकी है, जिससे यह मात्र एक शोपीस बनकर रह गई है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस टंकी के निर्माण के बाद से ही यह निष्क्रिय पड़ी है, और प्रशासन की उदासीनता के कारण इसे संचालित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। परिणामस्वरूप, इन गांवों के लोग अब भी पीने के पानी के लिए सबमर्सिबल पंपों पर निर्भर हैं। यह स्थिति न केवल बुनियादी सुविधाओं की कमी को दर्शाती है, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही को भी उजागर करती है।
गौरतलब है कि नोएडा प्राधिकरण ने इन गांवों को शहरी क्षेत्र में शामिल किया है, लेकिन बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता अभी भी ग्रामीण स्तर पर ही है। स्थानीय लोगों की मांग है कि प्रशासन जल्द से जल्द इस पानी की टंकी को चालू करे ताकि उन्हें स्वच्छ पेयजल मिल सके और जल संकट से निजात मिल सके।