18वीं लोकसभा का पहला सत्र आज से शुरू हुआ। विपक्षी सांसदों ने भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने पर विरोध-प्रदर्शन किया। सांसदों ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने संविधान की कॉपी लहराई और संविधान बचाओ के नारे लगाए।
विपक्षी सांसदों ने कहा कि सरकार ने नियमों के खिलाफ जाकर प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। नियम के मुताबिक, कांग्रेस के के. सुरेश को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाना था, क्योंकि वे 8 बार के सांसद हैं। महताब तो 7 बार के ही सांसद हैं।
प्रदर्शन में सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और सांसद राहुल गांधी भी शामिल हुए। राहुल गांधी ने प्रोटेस्ट के बाद कहा- प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह, जो आक्रमण संविधान पर कर रहे हैं, वो हमारे लिए स्वीकार्य नहीं है। हम ये आक्रमण नहीं होने देंगे। हिंदुस्तान के संविधान को कोई शक्ति नहीं छू सकती।
खड़गे ने कहा- PM ने संविधान को तोड़ने की कोशिश की है। संविधान को बचाने के लिए जनता हमारा साथ दे रही है। देश में फिलहाल हर लोकतांत्रिक नियम को तोड़ा जा रहा है। आज हम गांधी जी की प्रतिमा के सामने इकट्ठे हुए हैं। हम मोदी जी को बता रहे हैं कि आप संविधान के तहत चलिए।
विपक्षियों के प्रदर्शन को लेकर केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि विपक्षियों को इस बार थोड़ी ज्यादा सीटें मिली हैं। इसलिए ये लोग हर बात का विरोध कर रहे हैं। भर्तृहरि मेहताब सीनियर सांसद हैं। वे लगातार 7 बार चुनाव जीते हैं।परंपराओं की बात तो कांग्रेस न ही करे तो अच्छा है। जिसने इमरजेंसी लगाई वह संसदीय परंपराओं की बात नहीं कर सकता है।